मोदी के विरोध में उतरने के लिये ममता बनर्जी अब लेफ्ट पार्टी का भी सहारा लेने को तैयार हैं. इसके लिये उन्‍होंने वेस्‍ट बंगाल में नया मोर्चा बनाने की तैयारी भी कर ली है. खबरों के मुता‍बिक ममता अब लेफ्ट से हाथ मिलाने को राजी हो गई हैं.


देश में स्थिरता के लिये सब मंजूरवेस्ट बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नये मोर्चे को लेकर काफी कुछ संकेत दे दिये हैं. ममता ने कहा कि, 'जो भी इस देश की शांति के लिये काम करेगा, मैं उसके साथ हूं.' हालांकि उन्होंने नये मोर्चे की शुरुआत को लेकर कांग्रेस को बीच में डाल दिया है. ममता ने कहा कि, इसकी जिम्मेदारी सबसे बड़ी भाजपा विरोधी पार्टी कांग्रेस पर है. काग्रेंस को आगे आकर धर्मनिरपेक्ष दलों का गठबंधन बनाना होगा. इसके अलावा उन्होंने कि इस पूरे मामले को लेकर जल्द ही निर्णय लेने को कहा है. फिलहाल इस मुद्दे पर कांग्रेस के रुख को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि, 'मैं आपको बातती हूं कि मेरी तरफ से कोई समस्या नहीं है. देश के हित में, देश में शांति के लिये, देश में स्थिरता के लिये, मैं उनके साथ रहूंगी.' सीताराम येचुरी का इंकार
ममता बनर्जी के लेफ्ट के साथ हाथ मिलाने को लेकर सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने अभी कुछ स्पष्ट तो नहीं कहा है. हालांकि उन्होंने ममता को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि, सांप्रदायिक ताकतों को आधार बढ़ाने का मौका ममता और कांग्रेस ने ही दिया है. और अब जब इन दोनों दलों की जमीन खिसक रही है, तो गठबंधन की बातें की जा रही हैं. इसके अलावा येचुरी ने यह भी कहा कि जो बंगाल के मौजूदा हालात हैं, उनके लिये सिर्फ और सिर्फ ममता सरकार ही जिम्मेदार है और उनकी गलत नीतियों के चलते ही राज्य में सांप्रदायिकता बढ़ी है. Hindi News from India News Desk

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari