विधान परिषद समिति और प्रशासनिक अधिकारियों में ठनी, प्रशासनिक अधिकारियों ने छोड़ा मीटिंग हॅाल

डीएम-एसएसपी समेत वरिष्ठ अधिकारियों के मौजूद न होने पर भड़के समिति सदस्य

Meerut : डीएम-एसएसपी नहीं हैं, जेलर नहीं हैं, आरटीओ कहां हैं? ऐसी भी कहीं मीटिंग होती है। गुरुवार को विधान परिषद समिति की बैठक में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एमएलसी अमित यादव प्रशासनिक अधिकारियों पर भड़क पड़े। आला अफसरों को कठघरे में खड़ा करने पर बैठक में मौजूद प्रशासनिक अधिकारी भी आपा खो बैठे और उन्होंने समिति के साथ चल रहे उप सचिव पर बदसलूकी का आरोप लगा दिया। देर तक हुए नोकझोंक के बाद समिति ने मीटिंग को बायकाट कर दिया तो वहीं प्रशासनिक अधिकारी भी मीटिंग हॉल से बाहर खड़े हो गए।

जमकर हुई नोकझोंक

उप्र विधान परिषद की प्रश्न एवं संदर्भ समिति पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत बुधवार रात्रि मेरठ पहुंची। रात्रि विश्राम के बाद गुरुवार को समिति को मेरठ में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक प्रस्तावित थी। तय कार्यक्रम के अनुसार समिति अध्यक्ष एमएलसी मिजबाउद्दीन, आशू मलिक और अमित यादव अपराह्न 2:30 बजे विकास विभाग सभागार में पहुंची। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक होनी थी। अभी चर्चा शुरू भी नहीं हुई थी कि समिति के सदस्य एमएलसी अमित यादव ने बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति न होने पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि 'डीएम, एसएसपी नहीं, जेलर कहां हैं, आरटीओ गैरमौजूद हैं। क्या ऐसे भी कोई मीटिंग होती है.' एमएलसी ने प्रशासनिक अधिकारियों को आड़े हाथों लिया तो डायस पर बैठीं सीडीओ आर्यका अखौरी सफाई दे रही थीं।

भिड़ गए एडीएम प्रशासन

एमएलसी अमित यादव अभी वरिष्ठ अधिकारियों की गैरमौजूदगी पर भड़क ही रहे थे कि एडीएम प्रशासन रामचंद्र ने मोर्चा ले लिया। इस दौरे को एडीएम प्रशासन कोआर्डीनेट कर रहे थे जिसके चलते एमएलसी, एडीएम प्रशासन पर सूचना न देने का दोष भी मढ़ने लगे। जिसपर एडीएम प्रशासन ने समिति के साथ चल रहे उप सचिव विजय शर्मा को आड़े हाथों ले लिया। उन्होंने कहा कि समिति के आगमन के बाद बुधवार रात्रि 8 बजे मीटिंग का समय लेने के लिए उप सचिव को फोन किया था जिसपर उन्होंने फोन पर ही बदसलूकी की दी। एडीएम का कहना है कि मीटिंग का समय समिति की ओर से नियत होना था इसकी जानकारी जिला प्रशासन को काफी देर से मिली जिससे कुछ अधिकारी बैठक में नहीं पहुंच पाए जबकि कुछ अधिकारी देर से बैठक में पहुंचे।

निरस्त हो गई बैठक

एडीएम के जबाव से समिति के सदस्य तमतमा गए और मीटिंग को बायकाट करके हॉल से बाहर निकल गए। एमएलसी अमित यादव ने प्रशासनिक अधिकारियों पर बदसलूकी का आरोप भी लगाया। मीटिंग रद होने के बाद अधिकारी भी हॉल से बाहर निकलकर विकास भवन के गेट पर जुट गए। हालांकि इस संबंध में जब उप सचिव विजय शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अधिकारी तैयारी करके नहीं आए थे जिसके चलते बैठक को निरस्त कर दिया गया।

रैकेट के आने से मची खलबली

अभी समिति के सदस्य बैठक से निकले ही थे कि एक व्यक्ति हाथ में 20 रैकेट पकड़कर आ गया। मीडिया के फ्लैश उस ओर घूमे तो एकाएक व्यक्ति गायब हो गया। इस संबंध में अधिकारी भी कुछ बोलने से कतराते रहे तो वहीं उप सचिव ने भी कहा कि हमारा इन रैकेट से कोई लेना देना नहीं। जबकि सूत्रों का कहना है कि विशिष्ठजनों की पेशकश पर मेरठ के प्रसिद्ध बैट, कैंची के अलावा मिठाई में बालूशाही और नान खटाई की तलाश में भी अफसर दिनभर बाजारों के चक्कर काटते दिखाई दे रहे थे।

Posted By: Inextlive