- 191 का हुआ है टेंडर, लगाते हैं 200 से ज्यादा होर्डिग

- विज्ञापन कंपनी बिजली पोल पर भी लटका देती हैं विज्ञापन

- नगर निगम से मिलीभगत कर किया जाता है यह 'खेल'

DEHRADUN : दून में होर्डिग का टेंडर हासिल करने वाली कपंनी वैध के साथ ही अवैध होर्डिग का भी धंधा चलाती हैं। ठेका पाने वाली कंपनी का धंधा चलता है नगर निगम से मिलीभगत के जरिए, लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों को इस तरफ ध्यान तक नहीं जाता है।

सड़क पर दिखते हैं विज्ञापन

वाहन चलाते वक्त सड़क के दाएं और बाएं जहां-जहां नजर जाती है, वहां राजनैतिक या फिर कमर्शियल विज्ञापनों के होर्डिंग्स दिखाई देते हैं। तिराहों, चौराहों आदि के आसपास बड़ी संख्या में होर्डिग्स पाए जाते हैं, लेकिन इसके बाद नगर निगम के केवल क्9क् होर्डिग्स की पूरे शहर बड़ा सवाल है। क्योंकि जिस प्रकार शहर में विज्ञापन टंगे होते हैं, इससे साफ है विज्ञापन एजेंसी चलाने वाले ठेकेदार अवैध की आड़ में अवैध कारोबार कर कमाई करते हैं, लेकिन नगर निगम कुछ कारिंदों की मिलीभगत के कारण नगर निगम इस पर लगाम नहीं लगा पाता है।

पोल और फुटपाथ पर भी कब्जा

शहर में फुटपाथ और बिजली के पोल भी होर्डिंग्स के कब्जे से अछूते नहीं हैं। रोड के किनारे पर फुटपाथ पर भी विज्ञापन के होर्डिग्स लगा दिए जाते हैं। इस वजह से लोगों का पैदल चलना तक दूभर हो रहा है। वहीं बिजली पोल पर विज्ञापन लगाने से दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है।

छतों पर लगते थे अवैध होर्डिग

पहले शहर की छतों पर बड़ी संख्या में अवैध होर्डिग्स थे। लेकिन इन पर नगर निगम में सख्ती दिखाई तो अब शहर में छतों के बजाए दीवारों पर होर्डिग नुमा पोस्टर लगने लगे हैं। अगर यह भी नगर निगम की आय में शामिल किए जाएं तो निगम को इसे बड़ी कमाई हो सकती है।

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अवैध होर्डिग्स टांगने की जहां से भी शिकायत मिलती है, उसे दिखवाया जाता है। अगर कहीं भी ऐसा होता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

- नितिन भदौरिया, एमएनए

Posted By: Inextlive