- गुलदार के ढेर होने से लोगों को मिली राहत

DEHRADUN: आतंक का पर्याय बन चुके आदमखोर नर गुलदार का शनिवार देर शाम अंत कर दिया गया। दिनभर चले सर्च आपरेशन में देहरादून से आए शिकारियों ने गुलदार को ढेर किया। हालांकि इससे पूर्व गुलदार बच निकला था, लेकिन चौथी बार में शिकारियों ने उसे मारने में सफलता हासिल कर ली। इससे क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है।

शिकारियों को देता रहा गच्चा

वन विभाग ने बुधवार को गुलदार को मारने के आदेश जारी कर दिए थे। जिसके बाद शनिवार को डीएफओ आकाश कुमार वर्मा के नेतृत्व में देहरादून से आए शूटर डॉ। प्रशांत व जहीर बक्शी ने सर्च आपरेशन शुरू कर दिया था। गुलदार को पहली बार सेक्टर चार में स्थित केंद्रीय विद्यालय के निकट भेल की जमीन पर बने जंगल में देखा गया। इस दौरान शूटरों ने गुलदार को जैसे ही निशाना बनाने के लिए बंदूक का ट्रिगर दबाना चाहा तो वैसे ही एक कार के तेज हॉर्न की आवाज सुनकर गुलदार भागकर झाडि़यों में चला गया। इसके बाद भी दो बार गुलदार दिखाई दिया। लेकिन शूटरों को गच्चा देता रहा। इसके बाद भी वन विभाग ने गुलदार की घेराबंदी करके आपरेशन जारी रखा। जिससे गुलदार को राजाजी टाइगर के जंगलों में जाने का मौका नहीं मिला। इससे गुलदार को चौथी बार में शूटरों ने मार गिराया। आदमखोर गुलदार महज एक गोली से ही ढेर हो गया। मारे गए गुलदार की आयु तकरीबन आठ वर्ष थी। हरिद्वार रेंजर दिनेश प्रसाद नौडि़याल ने बताया कि गुलदार के शव को चिडि़यापुर स्थित रेस्क्यू सेंटर ले जाया जा रहा है। जहां उसका पोस्टमार्टम करने के बाद शव को जला दिया जाएगा। गौरतलब है कि राजाजी टाइगर रिजर्व से सटे क्षेत्र से आबादी में पहुंचकर गुलदार ने एक किसान को गंभीर रूप से घायल करने के साथ ही दो लोगों को अपना शिकार बनाया था।

Posted By: Inextlive