आरोपित हैं तो कटघरे में रहेंगे, वकील को भी नहीं है पान खाकर कोर्ट में आने की इजाजत

PRAYAGRAJ: पूर्व मंत्री अधिवक्ता भी थे तो यह भूल गए कि वह कोर्ट में आए क्यों है। इस पर कोर्ट ने उन्हें कानून का पाठ पढ़ाया। मामला मुजफ्फरपुर जिले का है। प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री सईदुज्जमा के साथ यह प्रकरण शनिवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश आया। वैमनस्यता फैलाने के मामले में उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज है। वह सुनवाई के लिए कोर्ट में पहुंचे थे। पूर्व मंत्री कटघरे में नहीं खड़ा होना चाहते थे। उन्होंने कोर्ट को बताया कि वे अधिवक्ता भी हैं। इस पर कोर्ट ने उन्हें समझाया कि मुल्जिम का स्थान कटघरे में ही है। पान खाकर कोर्ट नहीं आना चाहिए। कोर्ट की गरिमा को ध्यान में रखना चाहिए। इसके बाद पूर्व मंत्री कटघरे में खड़े हो गए।

स्वामी प्रसाद मौर्या को चेतावनी

विशेष कोर्ट एमपी एमएलए के विशेष न्यायाधीश पवन कुमार तिवारी ने मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या को जानलेवा हमले के मामले में चेतावनी दी है। इसके अलावा कोर्ट ने आचार संहिता के मामले में जमानती वारंट भी जारी किया है। जानलेवा हमले का मुकदमा रायबरेली के डलमऊ थाना में दर्ज है। मामले में अधिवक्ता ने कोर्ट से निवेदन किया कि उत्पीड़न आदेश न किया जाए। इसे कोर्ट ने सर्शत स्वीकार करते हुए आदेशित किया कि यदि 27 नवम्बर की तिथि पर मंत्री हाजिर नहीं होते हैं तो उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट व कुर्की की कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। कुशीनगर के एक और मामले में कोर्ट ने 27 नवम्बर तिथि मुकर्रर की है।

हत्यारोपी पूर्व मंत्री हुए कोर्ट में पेश

विशेष कोर्ट एमपी एमएलए में पूर्व मंत्री अंगद यादव व सह अभियुक्त सुनील सिंह, अरुण यादव, शैलेश पेश हुए। जिसके बाद कोर्ट के समक्ष गवाही रिकार्ड की गई। आजमगढ़ जनपद के थाना सिधारी में दर्ज रपट के अनुसार अभियुक्तों ने सुधा सिंह के पति राज नारायण की हत्या गोली मारकर दिनदहाड़े कर दी। घटना उस समय हुई जब वे मार्निग वाक पर निकले थे।

Posted By: Inextlive