CHAKRADHARPUR: दक्षिण-पूर्व रेलवे ने लंबी दूरी की चार ट्रेनों को एंटी टेलिस्कॉपिक तकनीक से तैयार ¨लक हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोच लगाकर चलाने का निर्णय लिया है। चार में से तीन ट्रेनें चक्रधरपुर रेल मंडल के टाटानगर व चक्रधरपुर होकर गुजरती हैं। इन ट्रेनों में एलएचबी कोच लग जाने से यात्रियों की यात्रा पहले से अधिक सुरक्षित, आरामदायक एवं साउंडप्रूफ हो रही है। इसके अलावा ट्रेनों की स्पीड भी बढ़ी है। रेलवे ने ट्रेन नंबर ख्ख्89ब् व ख्ख्89फ् हावड़ा-साईं नगर शिरडी एक्सप्रेस तथा ट्रेन नंबर क्ख्870 व क्ख्8म्9 हावड़ा-सीएसटीएम मुंबई एक्सप्रेस (डुप्लीकेट गीतांजलि) को एलएचबी कोच से लैस कर दिया है। छह मार्च से ट्रेन नंबर ख्ख्8भ्7 व ख्ख्8भ्8 संतरागाछी-आनंद विहार एक्सप्रेस ट्रेन को एलएचबी कोच से लैस कर चलाया जा रहा है। एलएचबी कोच को राजधानी, दूरंतो, शताब्दी ट्रेनों में लगाने के बाद रेलवे इसे अन्य ट्रेनों में लगा रहा है।

बढ़ी बर्थ की संख्या

एलएचबी कोच लगने से ट्रेन नंबर क्ख्870 व क्ख्8म्9 हावड़ा-मुंबई सीएसटीएम एक्सप्रेस में क्क्म् बर्थ की अतिरिक्त क्षमता बढ़ी है। स्लीपर में 88, एसी टू में क्ख् एवं एसी थ्री टीयर श्रेणी में क्म् बर्थ की बढ़ोत्तरी हुई है। ट्रेन नंबर ख्ख्89ब् व ख्ख्89फ् हावड़ा- साईं नगर शिरडी एक्सप्रेस और ट्रेन नंबर ख्ख्8भ्7 व ख्ख्8भ्8 आनंद विहार एक्सप्रेस में कुल 8म् बर्थ की क्षमता अधिक होगी। इन दोनों ट्रेनों के स्लीपर क्लास में म्ब् बर्थ, एसी टू में म् बर्थ और एसी थ्री टीयर में क्म् बर्थ की बढ़ोत्तरी हुई है।

टक्कर झेलने में सक्षम

जर्मनी से करार के बाद यह तकनीक भारत को मिली और रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला में वर्ष ख्00ख् से इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ। एलएचबी कोच एंटी टेलिस्कॉपिक तकनीक से बनाए गए हैं। कोच के टॉयलेट वाले हिस्से को बीच के हिस्से की तुलना में कमजोर बनाया गया है। टक्कर होने पर पहला झटका टॉयलेट वाले भाग को लगेगा और इस हिस्से को क्रश करने के बाद दबाव खत्म हो जाएगा। इससे ट्रेन के पटरी से उतरने या पलटने का खतरा नहीं रहता है। एलएचबी कोच में डिस्क ब्रेक लगाए गए हैं ताकि क्ख्0 की रफ्तार में भी ब्रेक लगाने पर भ्00 से 700 मीटर पर ट्रेन ठहर सके।

बर्थ की संख्या भी बढ़ी

सामान्य कोच ख्ख् मीटर लंबा होता है। एलएचबी कोच ख्फ्.भ्ब् मीटर लंबा है। इससे सामान्य स्लीपर क्लास के बर्थ 7ख् से बढ़कर 80, एसी थ्री टीयर में म्ब् से 7ख् तथा एसी टू टीयर में ब्म् से भ्ख् हो गए हैं।

Posted By: Inextlive