-डोर टू डोर वेरीफिकेशन करेंगे बीट सिपाही, अपडेट होगी लिस्ट

-इलेक्शन में बंदूक जमा कराने के लिए पुलिस ने शुरू कर दी प्रक्रिया

GORAKHPUR: जिले में चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद पुलिस ने लाइसेंसी असलहों की खोजबीन शुरू कर दी है. हर थाना क्षेत्र में मौजूद बंदूकों का आंकड़ा जुटाने के लिए बीट सिपाही निकल पड़े हैं. घर-घर जाकर दस्तक दे रहे सिपाही लोगों से पूछ रहे हैं कि आपकी बंदूक कहां हैं. पिछले चुनावों की अपेक्षा इस बार पुलिस वेरीफिकेशन का तौर-तरीका बदल दिया गया है. झूठी सूचना देने में लाइसेंस कैंसिलेशन की रिपोर्ट पुलिस भेज देगी. एसएसपी ने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार कार्रवाई की जा रही है. असलहों का वेरीफिकेशन शुरू करा दिया गया है.

वेरीफिकेशन के लिए जारी किया फार्मेट

जिले में करीब 21 हजार लाइसेंसी असलहाधारक हैं. चुनाव करीब आते ही इनकी खोजबीन शुरू हो जाती है. लाइसेंस के रिन्युअल के लिए बायोमैट्रिक प्रक्रिया से गुजरने वाले लोगों को यूनिक आईडी नंबर दे दिया गया है. इसलिए लाइसेंसी असलहाधारियों का पूरा रिकार्ड आनलाइन होने से कहीं पर भी खोजबीन आसान हो गई है. लेकिन इसके बाद भी तमाम लोग अपना पूरा ब्यौरा थानों को उपलब्ध नहीं करते. इलेक्शन में लाइसेंसी असलहों की खोजबीन के लिए पुलिस वेरीफिकेशन की प्रक्रिया में जुटी है. इसके लिए पुलिस विभाग को एक फार्मेट जारी किया गया है. फार्मेट लेकर सिपाही घर-घर जाकर लोगों से पूरी डिटेल जुटाएंगे.

अब झूठी सूचना पड़ सकती है भारी

पुलिस कर्मचारियों का कहना है कि झूठी सूचना भारी पड़ सकती है. निर्धारित फार्मेट पर हर लाइसेंसधारक को पूरा डिटेल उपलब्ध कराना होगा. इसलिए पुलिस कर्मचारी सबसे कह रहे हैं कि लाइसेंस पर दी गई जानकारी के अनुसार ही वेरीफिकेशन फार्म भरना अनिवार्य कर दिया गया है. इसके लिए आठ कालम तय किए गए हैं जिसमें अलग-अलग 35 बिंदुओं पर जानकारी उपलब्ध कराना है.

बॉक्स

इस तरह की सूचना मांग रही पुलिस

-नडाल नंबर और एलीस नंबर

-लाइसेंसधारक का नाम, पिता का नाम और पूरा पता, मोबाइल नंबर

-लाइसेंस नंबर, जारी करने का जिला, स्वीकृति का दिनांक, सीमा और वैधता

-शस्त्र का प्रकार-रायफल, रिवाल्वर, पिस्टल, एसबीबीएल, डीबीबीएल, डीबीएमएल और अन्य

-शस्त्र की स्थिति- घर पर मौजूद, जनपद से बाहर और प्रदेश से बाहर

-शस्त्र जमा की स्थिति- सदर मालखाना, थाने पर, अन्य थाना, दुकान और जमा कराने की तिथि

-कारतूस सत्यापन- मौजूदा कारतूसों की कुल संख्या

-सत्यापन से संबंधित व्यक्ति- हस्ताक्षर लाइसेंसी, घर के सदस्यों का नाम, हस्ताक्षर और मोबाइल नंबर, बीट सिपाही का नाम और पीएनओ नंबर, मोबाइल नंबर

वर्जन

इलेक्शन को देखते हुए सभी लाइसेंसी असलहों को जमा कराने का निर्देश दिया गया है. थानावार वेरीफिकेशन कराकर पूरी जानकारी ली जा रही है. झूठी सूचना, शस्त्र जमा कराने में लापरवाही और किसी तरह के दुरुपयोग पर लाइसेंस रद करने की रिपोर्ट भेजी जाएगी.

डॉ. सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Syed Saim Rauf