लाइफ लाइन हॉस्पिटल में 232 ने कराया ट्रीटमेंट
-पहले दिन लाइफ लाइन एक्सप्रेस में आंख का हुआ इलाज
-20 पेशेंट्स का ऑपरेशन व 52 का बनाया गया चश्मा VARANASI चलते फिरते यानी लाइफलाइन हॉस्पिटल में पहले दिन 232 पेशेंट्स का रजिस्ट्रेशन किया गया। ये सभी मरीज नेत्र रोग से पीडि़त हैं। ट्रेन में आंख का परीक्षण 23 अगस्त तक किया जाएगा। इनमें 20 मरीजों का ऑपरेशन 23 से 27 अगस्त के बीच आयुर्वेद हॉस्पिटल में लाइफ लाइन के डॉक्टर करेंगे। वहीं 52 पेशेंट्स के आंखों की जांच के बाद चश्मा के लिए रजिस्ट्रेशन किया गया। जिनको हॉस्पिटल की ओर से फ्री चश्मा उपलब्ध कराया जाएगा। उधर रजिस्ट्रेशन कराने के लिए सुबह ही लोग पहुंच गये थे। कोचेज में हाई फाई हॉस्पिटलकाशी स्टेशन के माल गोदाम में प्लेटफॉर्म नंबर चार पर लाइफ लाइन हॉस्पिटल को खड़ा किया गया है। ट्रेन के कोचेज को चलते-फिरते अस्पताल का स्वरूप दिया गया है। यह अस्पताल सभी सुविधाओं से लैस है। एयर कंडीशंड ऑपरेशन थिएटर के साथ ही इसमें कॉन्फ्रेंस हॉल भी मौजूद है, जहां बैठकर डॉक्टर मरीजों के ऑपरेशन को एलईडी पर देख सकते हैं। आवश्यकता पड़ने पर डिस्कशन भी करने की सुविधा है।
पेशेंट को तीन घंटे रखने का इंतजामहॉस्पिटल में डिजिटल एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी, डेंटल केयर के लिए आधुनिक उपकरण, मेडिकल स्टोर और मरीजों को ऑपरेशन के बाद तीन घंटे रखने का इंतजाम है। ट्रेन में छोटा सा कैंटीन भी है। उसी में डॉक्टर्स का नाश्ता और खाना तैयार किया जाता है। इन उपकरणों को चलाने के लिए ट्रेन में एक जेनरेटर सेट भी लगाया गया है, ताकि बिजली कटौती की समस्या से न जूझना पड़े।