छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: रविवार की रात जैसे ही घड़ी की सुई ने नौ बजने का इशारा किया लौहनगरी जमशेदपुर में घरों के बल्ब बुझ गए और दीयों, कैंडल की रौशनी जगमगा उठी। दीपकों की लौ से सजी सिटी किसी दुल्हन से कम नहीं लग रही थी। घरों के दरवाजे, बालकनी जिधर नजर जा रही थी उधर ही दीयों का प्रकाश नजर आ रहा था। कोरोनावायरस से लड़ रहे जांबाजों के प्रति अपना प्यार दिखाने और एकता का संदेश देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देशवासियों से पांच अप्रैल की रात नौ बजे नौ मिनट के लिए घरों के बिजली बल्ब ऑफ करने और दीया, कैंडल, टॉर्च आदि से रौशनी करने की अपील की थी। सिटी में लोगों द्वारा की गई रौशनी प्रधानमंत्री की अपील का शत-प्रतिशन पालन करने की गवाही दे रही थी।

सुबह से थी तैयारी

दीया जलाने को लेकर रविवार की सुबह से ही घर के बड़े-बुजुर्ग और बच्चे दीपावली में बचा हुआ दीया साफ करने में जुट गए थे। दिन भर साफ किए गए दीयों को सुखाने के बाद उसे जलाने के लिए तैयार किया गया। कई लोगों ने दुकानों से कैंडल भी खरीदी। वहीं,रांची के बाजारों में इक्का-दुक्का मिट्टी के सामान की दुकानें खुली थी, जहां 100 रुपए प्रति सैकड़ा की दर से दीपक की बिक्री हुई।

पीएम के आवाहन पर जुटे लोग

पीएम की अपील पर दीप जलाने की तैयारी घरों में बच्चों ने बड़े ही उत्साह के साथ की। बच्चे मिट्टी के दीयों को रंगों से ठीक उसी तरह रंगा जैसे उन्होंने दीपावली में दीपों को रंगों से सजाया था। बच्चों के अनुसार वे अपने प्रधानमंत्री की हर उस अपील को मानना चाहते हैं, जो देशहित में है। बच्चों ने कहा कि वे दीप जलाकर यह संकल्प लेंगे कि उन्हें कोरोना को हराना है।

22 मार्च को ताली व थाली बजाने की अपील की थी

इससे पूर्व पीएम मोदी ने जनता-क‌र्फ्यू की शाम 22 मार्च को ऐसे सभी लोगों के समर्थन में अपील की थी कि ताली व थाली बजाकर उन्हें धन्यवाद दीजिए, जो जोखिम उठाकर आवश्यक कामों में लगे हैं, इस महामारी से लड़ने में मदद कर रहे हैं। इसके बाद उस शाम ठीक 5 बजे लोग अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर, बालकनी-खिड़कियों के सामने खड़े होकर पांच मिनट तक ताली-थाली बजा कर उनके प्रति कृतज्ञता जाहिर की थी, जो कोरोना से हमें बचाने में लगे हैं।

Posted By: Inextlive