- पंडरा एरिया से हुई आरोपी विक्रम तिवारी और उसकी पत्‍‌नी कल्पना तिवारी की गिरफ्तारी

- पांच-छह बैंकों से फर्जी तरीके से लिया था लगभग चार करोड़ का लोन

RANCHI: कोतवाली पुलिस ने फर्जी तरीके से बैंक से लेने के मुख्य आरोपी विक्रम तिवारी और उसकी पत्‍‌नी कल्पना तिवारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दोनों को पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट में पेश करते हुए जेल भेज दिया है। विक्रम तिवारी पंडरा ओपी एरिया में छिप कर रह रहा था। इस बाबत कोतवाली थाना में विभिन्न बैंकों के मैनेजरों ने विक्रम तिवारी पर वर्ष ख्0क्फ् में जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया था। दो मई को पुलिस ने विक्रम तिवारी के भाई विनय तिवारी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

यह है मामला

जानकारी के मुताबिक विक्रम तिवारी ने दुकान और फ्लैट के नाम से यूनाइटेड बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक और आईसीआईसीआई बैंक से लोन लिया। लोन के कागजात पर खुद सिग्नेचर न कर अपनी पत्‍‌नी, भाई, मां और पिता के द्वारा करवाता था। दबाव में आकर सभी लोग लोन के पेपर पर सिग्नेचर कर देते थे। इस तरह से विक्रम तिवारी ने विभिन्न बैंकों से लगभग चार करोड़ रुपए लोन ले लिए। लोन के पैसे मिलने के बाद वह फरार हो गया था।

एडवोकेट्स की हड़ताल वापस

फर्जी चिटफंड कंपनी चलाने के आरोप में गिरफ्तार अधिवक्ता वजेंद्र कुमार चौधरी के हाथ में हथकड़ी लगाने के विरोध में सिविल कोर्ट के अधिवक्ताओं ने अनिश्चितकालीन हड़ताल वापस ले ली है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शंभु प्रसाद अग्रवाल, उपाध्यक्ष बीडी बनर्जी, कोषाध्यक्ष प्रदीप सरकार और संयुक्त सचिव कालीचरण साहू समेत अन्य मेंबर्स की आपात बैठक मंगलवार को हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि जनहित के मद्देनजर हड़ताल को वापस लिया जा रहा है। अधिवक्ताओं ने अपने कार्य बहिष्कार को भी वापस ले लिया।

बेल पर हुई सुनवाई

मंगलवार को आरोपी अधिवक्ता वजेंद्र चौधरी की ओर से दायर बेल पीटिशन पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान अदालत ने उसके बेल पीटिशन को खारिज कर दिया गया। मालूम हो कि फ्0 अप्रैल को एसडीओ अमित कुमार के नेतृत्व में पंडरा स्थित विश्वामित्र नाम से चल रही फर्जी चिटफंड कंपनी में छापेमारी की गई थी। छापेमारी में पुलिस ने वहां से एक लाख ख्भ् हजार रुपए और कई दस्तावेज भी बरामद किया था। पुलिस ने चिटफंड कंपनी चलाने के आरोप में एडवोकेट वजेंद्र कुमार चौधरी समेत ख्फ् लोगों को गिरफ्तार किया था।

Posted By: Inextlive