- लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने अभी से शुरू की बारिश की तैयारियां, पूरे शहर में हो रहा है पक्की नालियों का निर्माण

- सीवर सफाई और मरम्मत के काम ने भी पकड़ी तेजी

VARANASI : सर्दी अभी पूरी तरह से कम नहीं हुई है लेकिन शहर में बरसात से लड़ने की तैयारी शुरू हो गयी है। बारिश के दौरान सिटी की वॉटर लॉगिंग की प्रॉब्लम को खत्म करने के लिए लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने पूरी ताकत झोंक दी है। पूरे शहर में पक्की नालियां बनाने का काम तेजी से चल रहा है। टूटी-फूटी सीवर लाइन को दुरस्त किया जा रहा है। स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज के प्रोजेक्ट को अंतिम रूप देने की कोशिश तेज हो गयी है। सबकुछ ठीक रहा तो उम्मीद है कि आने वाली बरसात शहर को डुबाएगी नहीं। सड़कें पानी के नीचे लापता नहीं होंगी।

खूब हो रहा काम

बरसात के मद्देनजर पूरे शहर में पक्की नालियां बनायी जा रही हैं। क्रंक्रीट के छोटे-छोटे टुकड़ों को जोड़ने से तैयार नालियां बेहद मजबूत हैं। साथ ही ऐसी हैं जिनसे पानी तेजी से निकल सके। इसके अलावा डैमेज्ड नालियों को दुरुस्त करने का भी काम हो रहा है। नालियों को बनाने का काम मेन रोड के साथ ही वॉटर लॉगिंग की प्रॉब्लम झेलने वाली पॉश कॉलोनियों में भी हो रहा है। सिगरा, महमूरगंज, लंका, अस्सी समेत तमाम इलाकों में काम रफ्तार पर है। इसके साथ ही नगर निगम ने नालों की सफाई और उनके मरम्मत का काम भी शुरू किया। किसी एरिया विशेष को टारगेट करने के बजाय सफाई का काम एक छोर से दूसरे तक हो रहा है। घनी आबादी वाले एरियाज को प्राथमिकता दी जा रही है।

मलबा बन रहा परेशानी का सबब

वैसे नाली बनाने या नाला सफाई का काम शहर के लोगों को परेशानी से बचाने के लिए किया जा रहा है लेकिन काम के बाद रास्ते पर पड़ा मलबा पब्लिक को परेशान कर रहा है। पुरानी नालियों के पत्थरों को हटाकर नयी नाली तैयारी की जा रही है। लेकिन हटाये जाने वाले पत्थरों को दूर ले जाने के बजाय उसी स्थान पर छोड़ दिया जा रहा है। इससे रास्तों का बड़ा हिस्सा चलने लायक नहीं रहता है। रात के अंधेरे में लोगों के घायल होने की संभावना भी बनी रहती है। वहीं सीवर सफाई के बाद निकलने वाली सिल्ट भी बीच रास्ते में पड़ी रहती है। जो कि आवागमन में रोड़ा बनती है। सिल्ट हटाने के लिए सफाईकर्मी उसके सूखने का इंतजार करते हैं लेकिन उससे पहले ही व्हीकल्स के टायरों से सिल्ट रोड पर बिखर चुकी होती है।

Posted By: Inextlive