- 30-40 परसेंट बाइक सवार

हेलमेट तो पहनते हैं, पर चिन स्ट्रैप नहीं करते लॉक

-हादसे के टाइम गलत हेलमेट लगाने से चली जाती है कई लोगों की जान

मंथ टोटल चालान हेलमेट

मई -6804 3081

जून-25,198 19372

जुलाई-40485 29221

अगस्त-20,221 12,131

सितम्बर-28,865 15,614

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इन चौराहों पर होती है चेकिंग

-चौकी चौराहा

-सिविल लाइंस थाना

-कुतुबखाना चौकी के पास

-कोहाड़ापीर चौराहा के पास

-मॉडल टाउन पुलिस चौकी

-सैटेलाइट

-कैंट

-राजेन्द्र नगर

-मिनी बाईपास

-इज्जतनगर

बरेली: पुलिस और प्रशासन की सख्ती के बाद ज्यादातर दोपहिया वाहन सवारों ने हेलमेट लगाना शुरू कर दिया है, लेकिन हैरत की बात है कि वे हेलमेट अपनी जान बचाने के लिए बल्कि चालान से बचने के लिए लगा रहे हैं। यह बात मंडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रियलिटी चेक में सामने आई। तकरीबन 70 परसेंट दो पहिया वाहन चालक हेलमेट पहनकर वाहन चला रहे हैं। इनमें से भी 30 से 40 परसेंट लोग ऐसे हैं जो हेलमेट पहनने के मानकों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ये लोग सुरक्षा के मानकों पर खरा उतरने वाला हेलमेट नहीं पहन रहे हैं। साथ ही हेलमेट की चिन स्ट्रैप को लॉक नहीं करते हैं। इससे दुर्घटना के समय हेलमेट उनके लिए कोई मददगार साबित नहीं हो रहा है।

कर रहे नजरअंदाज

हेलमेट पहनने को लेकर चलाए गए अवेयरनेस प्रोग्राम और कार्रवाई के बाद ज्यादातर लोग हेलमेट पहनकर वाहन चला रहे हैं। जिसे ट्रैफिक पुलिस अपनी सफलता मान रही है, लेकिन हेलमेट पहनने के तरीके और लोग कौन सा हेलमेट यूज कर रहे हैं, इस पर किसी की नजर नहीं है। जिससे हादसों में कमी नहीं आ रही है।

डेढ़ करोड़ वसूला जुर्माना

ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के अनुसार अब तक वह हेलमेट पर साढ़े तीन लाख से अधिक चालान काट कर करीब डेढ़ करोड़ से अधिक का जुर्माना वसूल कर चुकी है। इसके बाद भी 25 से 30 फीसदी दो पहिया वाहन चालक अभी भी हेलमेट से परहेज कर रहे हैं। यह लोग चौराहों पर पुलिस की चेकिंग से बचने को अपना रास्ता तक बदल लेते हैं, पर फिर भी हेलमेट नहीं पहनते हैं।

ब्रांडेड की जगह लोकल का चलन

शहर में करीब 70 परसेंट लोग हेलमेट पहने रहे हैं, लेकिन इनमें 10 परसेंट लोग ही आईएसआई मार्क वाले ब्रांडेड हेलमेट का यूज कर रहे हैं। जबकि 40 फीसदी लोग लोग ब्रांड का हेलमेट यूज कर रहे हैं। वहीं 30 से 40 परसेंट लोग हेलमेट गलत ढंग से लगा रहे हैं, जिससे हादसे के दौरान लोगों को जान गंवानी पड़ती है।

चिन स्ट्रैप के बिना हेलमेट बेकाम

दो पहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट की अनिवार्यता उनकी जान की सुरक्षा के लिए निर्धारित की गई है। कभी भी दुर्घटना होने पर दो पहिया वाहन चालक के सिर में चोट लगने का खतरा ही सबसे अधिक रहता है। ऐसे में सिर की चोट ही उसके लिए जानलेवा साबित होती है। हेलमेट पहनने वालों के लिए यह खतरा बहुत कम हो जाता है। हेलमेट पहनने वालों में से भले ही कुछ लोग इसके लिए जागरूक हों लेकिन कुछ लोग अभी भी लापरवाही बरत रहे हैं। सड़कों पर कई लोग ऐसे दिखे जो हेलमेट तो पहने थे पर इसे चालान बचाने भर को। यह लोग हेलमेट की चिन स्ट्रैप को लॉक नहीं किए हुए थे। इससे भले ही हेलमेट इनकी सुरक्षा में काई मददगार न हो, पर यह चालान से बच निकलते हैं। पुलिस भी सिर में हेलमेट देखकर ही इनको नजरअंदाज कर देती है।

हेलमेट पहनें, पर इन बातों का रखे ध्यान

-हेलमेट हमेशा बीआईएस स्टैंडर्ड सुरक्षा मानक वाला ही खरीदे और पहनें भी

-हेलमेट सिर के फिक्स साइज का ही खरीदें

-हेलमेट ऐसा हो जो सिर के साथ चेहरे की भी सुरक्षा कर सके

-हेलमेट पहनते ही इसकी की चिन स्ट्रैप जरूर लॉक कर लें

-हेलमेट अगर गिरने से चटक गया हो तो उसे तुंरत बदलें

-हर पांच साल बाद हेलमेट को जरूर बदल लें

क्या कहते हैं जिम्मेदार

हेलमेट खुद की सुरक्षा के लिए है, यह बात सबसे पहले खुद समझनी होगी। किसी भी दुर्घटना में हेलमेट जान बचाने में खासा मददगार होता है, इसी लिए यातायात नियम में इसकी अनिर्वायता सुनिश्चित की गई है। लोग इसे चालान बचाने के लिए नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए पहनें। लोगों से अपील है कि वह तय सुरक्षा मानक वाला ही हेलमेट पहनें और इसको पहनने में कोई लापरवाही न बरतें। इससे वह खुद यातायात नियमों का पालन करेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।

लोगों की सुरक्षा के लिए ही हेलमेट के प्रति जागरूकता अभियान शुरू किया गया। इस अभियान का मकसद दो पहिया वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन कराने के साथ ही उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना भी रहा। इसका सकारात्मक परिणाम सामने आया है। अब लोग हेलमेट पहनने की अहमियत समझ रहे हैं और अधिकांश इसको पहन कर ही बाहर निकल रहे हैं। रही बात हेलमेट बिना चिन स्ट्रैप के पहनने की तो चेकिंग में अब इसका भी खयाल रखा जाएगा। इसके लिए लोगों को खुद भी जागरूक होना होगा।

वाहन चेकिंग के दौरान व्यापक रूप से चलाया गया लेकिन इसके बाद भी लोग रूल्स फॉलो करने के लिए तैयार नहीं है। अब चेकिंग की जाएगी तो जिन लोगों पर लोकल हेलमेट और हेलमेट की स्ट्रैफ ओपन मिलेगी उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा।

सुभाष चन्द्र गंगवार ,एसपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive