गुणों से भरपूर लहसुन कैंसर के खतरे को भी आधा करने की क्षमता रखता है. एक नए शोध में यह दावा किया गया है कि सप्ताह में दो दिन कच्चे लहसुन का सेवन करने से बढ़ रहे फेफड़ों के कैंसर के खतरे को आधा किया जा सकता है. यही नहीं यह धूमपान करने वाले व्यक्ति में भी इस बीमारी के खतरे को कम करता है.


फेफड़ों के कैंसर की बीमारी 44 फीसद कमटेलीग्राफ के अनुसार, चीन के शोधकर्ताओं ने बताया कि जो लोग नियमित रूप से लहसुन का सेवन करते हैं उनमें फेफड़ों के कैंसर की बीमारी होने की संभावना 44 फीसद कम हो सकती है. यही नहीं ऐसे लोग धूमपान करते हैं तो भी इस बीमारी के खतरे को लहसुन 30 फीसद कम कर सकता है. फेफड़ों में कैंसर होने का सबसे बड़ा कारण धूमपान है. पहले भी शोधकर्ता लहसुन को कई गंभीर बीमारियों में प्रभावी बता चुके हैं.  एक शोध में आंत्र ट्यूमर के खतरे को लगभग एक तिहाई कम करने का दावा किया गया था. खाएं सप्ताह में कम से कम दो दिन कच्चा लहसुन
जियांग्सु प्रांत के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के वैज्ञानिकों ने फेफड़ों के कैंसर से पीडि़त 1424 रोगियों का 4500 स्वस्थ्य वयस्कों से तुलनात्मक अध्ययन किया. इसमें पाया गया कि जिन लोगों ने सप्ताह में कम से कम दो दिन कच्चा लहसुन खाया, उनमें फेफड़ों के कैंसर होने की संभावना काफी कम दिखी. हालांकि शोध में यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि लहसुन को पका कर सेवन किए जाने पर यह कितना प्रभावी होगा. यह शोध कैंसर प्रिवेंशन रिसर्च में प्रकाशित हुआ है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh