एनजाइटी और हाइपरटेंशन ने घेरा लोगों का घर, बीपी, गला खराब, बुखार समेत स्किन की की बीमारी से लोग परेशान

जिला अस्पताल में कॉल कर डॉक्टर्स से परामर्श ले रहे लोग, डॉक्टर्स का कहना घर का माहौल हल्का रखें और माइंड डायवर्ट करें

Meerut । देश में कोरोना से बचाव के लिए पहले गत 22 मार्च को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा जनता क र्यू की घोषणा की गई। उसके बाद उसी दिन देर शाम उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने 23 से 25 मार्च तक लॉक डाउन की घोषणा कर दी। वहीं 25 मार्च को पीएम नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल तक देशभर में लॉक डाउन की घोषणा कर दी। इतना ही नहीं पीएम ने 14 अप्रैल को लॉक डाउन को बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया। लोगों के लिए लाइफ में पहले लॉक डाउन का अनुभव उन्हें बीमार बना रहा है। दरअसल, कोरोना संक्त्रमण से बचने के लिए लोग लॉक डाउन को फॉलो कर घर में रह रहे हैं लेकिन घर में भी लोगों को बीमारियों घेरने लगी हैं। घर पर लगातार एक जैसी दिनचर्या और कोरोना वायरस से संक्त्रमित हो जाने का डर, घर के साथ-साथ टीवी और मोबाइल पर हर वक्त कोरोना की बातें भी लोगों को बीमार बना रही है। लोग में न केवल हाइपरटेंशन बल्कि बीपी की शिकायत भी बढ़ने लगी हैं। जिला अस्पताल में शुरू हुई टेली कॉलिंग ओपीडी में लोग फोन कर ऐसी ही समस्या बता रहे हैं। इसके अलावा आंखों की समस्या भी तेजी लोगों में बढ़ रही हैं, विशेषज्ञों का मानना है कि घर पर रहकर लगातार मोबाइल पर बिजी रहना और टीवी देखना इसका बड़ा कारण हो सकता है।

केस- 1

बागपत रोड निवासी कल्पना मोबाइल और टीवी से तंग आ चुकी हैं। हर तरफ कोरोना की खबरें आ रही हैं। घर में भी कोरोना बीमारी की बात हो रही है। ऐसे में उनका स्वभाव अचानक से चिढ़चढ़ा हो गया है। उन्होंने डॉक्टर से परामर्श लिया तो पता चला की वह हाइपरटेंशन की शिकार हो रही हैं।

केस- 2

ब्रह्मपुरी निवासी अशोक कुमार का कहना है कि लॉक डाउन का डर उन पर हावी होने लगा है। बंदी का ऐसा अनुभव उन्हें पहले कभी नहीं हुआ है। एक ही जगह पर रहकर घबराहट की समस्या हो रही है।

केस- 3

शारदा रोड निवासी फातिमा का कहना है कि पिछले 10 दिन से उनको घबराहट ज्यादा रहने लगी है। एंजाइटी की वजह से शरीर काम नहीं कर पा रहा है। तनाव सा बना हुआ है।

फातिमा, अशोक कुमार, कल्पना के अलावा शहर में ऐसे कई और लोग हैं, जो लॉकडाउन में एनजाइटी और हाइपरटेंशन के शिकार हो रहे हैं। इनमें से कई लोग डॉक्टर से फोन कर परामर्श भी ले रहे हैं।

ये लक्षण आ रहे सामनें

घबराहट व उल्टी

सिरदर्द व भारीपन

शरीर में खिचाव

चिढ़चिढ़ाहट

तनाव बढ़ाना

बीपी बढ़ना

भूख कम लगना

ऐसे करें बचाव

परिवार में एक-दूसरे का सहयोग करें

एक ही बात या खबर को बार-बार न सोंचे

अच्छी किताबें पढ़ें और मूवीज देखें

फैमिली के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करें

घर में रहकर पुराने रुके हुए काम पूरे करें

हस्बैंड और वाइफ एक-दूसरे के काम में सहयोग करें

नई-नई चीजें करना व बनाना सीखें

खुद के बारें में आत्ममंथन कर अपने व्यक्ति्तव को निखारें

ये आ रही कॉल्स

मेडिसिन- 33 कॉल्स

स्किन- 30 कॉल्स

डेंटल- एक कॉल

नेत्र- 14 कॉल्स

पीडिया- 18 कॉल्स

कॉिर्डयो- पांच कॉल्स

ईएनटी- नौ कॉल्स

सर्जन- सात कॉल्स

स्वास्थ्य विभाग की ओर से मरीजों को राहत देने के लिए कॉन कॉल व कॉल के जरिए परामर्श देने की सुविधा शुरु की गई है।

सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक कॉल कर जिला अस्पताल के डॉक्टर्स से परामर्श लिया जा सकता है।

टीबी-चेस्ट, सर्जन, फिजिशयन, बाल-रोग, हड्डी-रोग, चर्म रोग, ईएनटी रोग, नेत्र-रोग और हार्ट से संबंधित बीमारी कर परामर्श लिया जा सकता है।

इनका है कहना

हाइपरटेंशन और डायबिटीज के परामर्श संबंधित कॉल्स अधिक आई हैं। लोगों को उनकी समस्या से संबंधित परामर्श दिया जा रहा है।

डॉ। अंकित, फिजिशियन, जिला अस्पताल

बच्चों में सामान्य सर्दी-जुकाम व पेट दर्द जैसी समस्याएं सामने आई हैं। मौसम बदलने की वजह से दिक्कत हो जाती है।

डॉ। पीके जैन, बाल रोग विशेषज्ञ, जिला अस्पताल

लॉक डाउन का पहला अनुभव लोग झेल रहे हैं। हाइपरटेंशन और एंजाइटी जैसी समस्या आ रही है। लोगों को चाहिए कि वह घर के माहौल को हल्का रखें। योगा-एक्सरसाइज या वॉक करें। हॉबी को निखारने के साथ ही माइंड डायवर्ट करने की कोशिश करें।

डॉ। पीके बंसल, एसआईसी, जिला अस्पताल

Posted By: Inextlive