प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 21 दिनों के लॉकडाउन के भाषण को टेलीविजन पर 19.7 करोड़ लोगों देखा है। यह 2016 के नोटबंदी के संबोधन से और आईपीएल मैच के फाइनल से भी ज्यादा लोगों ने देखा है। इस बात का ऐलान बीएआरसी इंडिया रेटिंग्स ने की है।

नई दिल्ली (पीटीआई)। देश के प्रधाानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए हाल ही में 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया है। टेलीविजन रेटिंग एजेंसी ब्राडकास्ट ऑडियंस रीसर्च काउंसिल्स (बीएआरसी) इंडिया रेटिंग्स के अनुसार विगत मंगलवार, 24 जनवरी की रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोराेना वायरस को लेकर राष्ट्र के नाम टेलीविजन के जरिए संबोधन किया था। इस दाैरान पीएम मोदी ने कहा था कि जानलेवा वायरस से बचाव का सोशल डिस्टेंसिंग ही एकमात्र तरीका है। इसके लिए 21 दिनों यानी कि 14 अप्रैल तक पूरा देश लाॅकडाउन किया जा रहा है। इस दाैरान देश में बड़ी संख्या में लोग की निगाहें टीवी पर अटकी थीं। इसे करीब 19.7 करोड़ लोगों ने देखा है। पीएम के इस भाषण काे अब तक सबसे ज्यादा बार देखा गया है।

जनता कर्फ्यू को 191 टेलीविजन चैनलों पर करीब 8.30 करोड़ लोगों ने देखा

बीएआरसी के मुताबिक इससे पहले 19 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी ने 'जनता कर्फ्यू' का भाषण दिया था। इस दाैरान 191 टेलीविजन चैनलों पर करीब 8.30 करोड़ लोगों ने इसे देखा था। इसी तरह पीएम मोदी के कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के 8 अगस्त, 2019 के भाषण को 163 चैनलों पर 6.5 करोड़ लोगों ने देखा था। वहीं आठ नवंबर, 2016 के नोटबंदी की घोषणा को 114 टीवी चैनलों पर 5.7 करोड़ लोगों ने देखा था। वहीं इस संबंध में प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने एक ट्वीट किया है।

आईपीएल के फाइनल से भी ज्यादा रही पीएम के लाॅकडान ऐलान की टीवी व्यूअरशिप

शशि शेखर ने अपने ट्वीट में कहा कि @BARCIndiaदिए गए आंकड़ों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी के 24 मार्च को किए गए लाॅकडाउन के भाषण की टीवी व्यूअरशिप आईपीएल के फाइनल मैच से भी ज्यादा थी। कोरोना वायरस को लेकर पीएम के लाॅकडाउन की घोषणा को करीब 200 चैनल्स पर टेलीकास्ट किया गया। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के फाइनल मैच में 13.3 करोड़ लोगों की दर्शकों की संख्या थी, जबकि 19.7 करोड़ लोगों ने टेलीविजन पर मोदी के संबोधन को देखा।

Posted By: Shweta Mishra