Lockdown काेरोना वायरस के चलते लाॅकडाउन में हर राज्य की पुलिस भी काफी एक्टिव है। एक ओर छत्तीसगढ़ में विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई और दूसरी यूपी में विश्वविद्यालय की पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष समेत चार लोगों पर केस दर्ज हुआ। यहां पढ़ें पूरा मामला...

बिलासपुर/प्रयागराज (एएनआई)। Lockdown कोरोना वायरस जैसी महामारी को रोकने के लिए किए गए लाॅकडाउन के बाद भी कई जगहों पर लोगों की भीड़ देखी जा हरी है। हाल ही में मुफ्त राशन लेने के लिए बिलासपुर में एक विधायक के आवास के बाहर भीड़ जमा थी। ऐेसे में कांग्रेस विधायक शैलेश पांडे के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस संबंध में एडिशनल एसपी ओपी शर्मा ने एएनआई को बताया कि हमें जानकारी मिली कि बड़ी संख्या में लोग आवश्यक वस्तुओं को लेने के लिए एमएलए के आवास पर एकत्र हुए हैं। यहां लगभग 1,000 लोग थे। यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा लगाई गई धारा 144 का उल्लंघन है। ऐसे में विधायक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 और 279 के तहत कार्रवाई की गई है।

यूपी में 4 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

वहीं लॉकडाउन के दाैरान सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने के लिए यूपी में 4 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। बसों की उपलब्धता के बारे में सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अफवाह फैलाने के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष ऋचा सिंह सहित चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इस संबंध में कर्नलगंज पुलिस ने बताया कि शनिवार को रिचा सिंह, नेहा, अखिलेश और आनंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इन लोगों ने फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया साइटों पर लिखा था कि आजमगढ़ और अन्य जिलों के लिए बसें सुबह 6 बजे उपलब्ध होंगी। यह मामला शनिवार देर रात पुलिस के संज्ञान में आया और रविवार सुबह लोग बस स्टैंड पर इकट्ठा होने लगे। देखते ही देखते यहां सुबह के समय भारी भीड़ एकत्र हो गई थी। ऐसे में इनके खिलाफ केस दर्ज हुआ।

Posted By: Shweta Mishra