- वांटेड की तलाश में मददगार बना लॉकडाउन - नाम हुलिया बदलकर छिपे मजबूरी में लौटे घर GORAKHPUR: कोरोना संक्रमण के कारण पुलिस को जहां तमाम दुश्वारियों का सामना करना पड़ा. वहीं लॉकडाउन ने पुलिस की मदद की राह भी खोली. एक ओर पुलिस कर्मचारियों ने पब्लिक की मदद कर नाम कमाया तो दूसरी ओर वांटेड आसानी से

- वांटेड की तलाश में मददगार बना लॉकडाउन

- नाम हुलिया बदलकर छिपे, मजबूरी में लौटे घर

GORAKHPUR: कोरोना संक्रमण के कारण पुलिस को जहां तमाम दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। वहीं लॉकडाउन ने पुलिस की मदद की राह भी खोली। एक ओर पुलिस कर्मचारियों ने पब्लिक की मदद कर नाम कमाया तो दूसरी ओर वांटेड आसानी से हाथ लगने लगे। क्राइम कर कई साल से फरार चल रहे बदमाशों की गिरफ्तारी में पुलिस को सहूलियत मिली। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लंबे समय से फरार चल रहे बदमाशों को हाल के दिनों में अरेस्ट किया गया है। इनमें ज्यादातर पर इनाम घोषित था। दो दिन पूर्व पकड़े गए शातिर ने बताया था कि वह मुंबई से लौटकर आया। नाम और हुलिया बदलकर बरडाढ़ एरिया में छिपकर रह रहा था। पुलिस रिकॉर्ड में फरार चल रहे 26 इनामी बदमाशों की गिरफ्तारी की जिम्मेदारी पुलिस को पूरी करनी है।

लॉकडाउन में लौटे, अनलॉक होते ही अरेस्ट

कोरोना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन ने शातिरों को भी प्रभावित किया है। गोरखपुर से फरार होकर दूसरी जगहों पर छिपे बदमाशों का कामकाज प्रभावित हुआ तो वे भी घर लौटने को मजबूर हुए। लॉकडाउन जारी रहने तक उनके बारे में किसी को भनक नहीं लग सकी। लेकिन जैसे ही अनलॉक हुआ तो पुलिस ने शातिरों को दबोचना शुरू कर दिया। जून में पुलिस ने तीन ऐसे बदमाशों को अरेस्ट किया जो लंबे समय से फरार चल रहे थे।

क्या है प्रक्रिया

- पेशेवर और गंभीर अपराधों में अभियुक्तों की गिरफ्तारी का ज्यादा दबाव होता है।

- बदमाशों के फरार होने की दशा में पुलिस पहले कुर्की नोटिस चस्पा करती है।

- कुर्की नोटिस चस्पा करने के बाद पुलिस संबंधित बदमाश की प्रॉपर्टी कुर्क करती है।

- फरार बदमाश के खिलाफ उसके खिलाफ दर्ज मुकदमे में इनाम की घोषणा होती है।

- इनाम जारी होने पर बदमाश वांटेड हो जाता है। इसलिए उसकी गिरफ्तारी न होने तक तलाश जारी रहती है।

थानेदारों को टारगेट, सक्रिय हुए मुखबिर

अनलॉक होते ही एसएसपी ने सभी थानेदारों को फरार बदमाशों की तलाश का टारगेट दे दिया। अपने-अपने एरिया में क्राइम कंट्रोल करने के साथ-साथ फरार बदमाशों की तलाश, गुंडा, गैंगेस्टर और हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ एक्शन का निर्देश दिया।

लॉकडाउन में मुख्य गिरफ्तारियां

09 जून 2020: शाहपुर एरिया में पुलिस ने शातिर लुटेरे को अरेस्ट किया। राजघाट के तुर्कमानपुर मोहल्ले में रहने वाला 15 हजार का इनामी बदमाश मुजम्मिल शेख दो साल से अधिक समय से फरार था। कैंट, गोरखनाथ, कोतवाली, राजघाट, सहजनवां, शाहपुर सहित कई थानों में उसके खिलाफ 11 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। पुलिस की तलाश से बचने के लिए वह मुंबई चला गया था।

0 जून 2020: झंगहा एरिया में एसटीएफ और लोकल पुलिस ने मर्डर, मर्डर की साजिश रचने, सेवेन सीएलए सहित कई धाराओं में दो साल से फरार राघोपट्टी पडरी निवासी संतोष यादव को अरेस्ट किया। उसके खिलाफ 20 हजार रुपए का इनाम था। पुलिस का वांटेड होने के बाद वह कई जगहों पर छिपकर रहा। खुद को परदेस में कमाने वाला बताकर झांसा देता रहा।

11 जून: कैंट एरिया के आवास विकास कॉलोनी में पत्नी को जहर देकर मार डालने के आरोपित सिद्दीक अली को पुलिस ने अरेस्ट किया। पांच साल से फरार चल रहा आरोपित शहर छोड़कर भाग गया था। 17 सितंबर 2015 को दर्ज मुकदमे में वांछित सिद्दीक दूसरे शहरों में रहा। उसकी तलाश पूरी न होने पर पुलिस ने 15 हजार रुपए का इनाम जारी कर दिया। गुरुवार को कैंट इंस्पेक्टर रवि राय की टीम ने बरगदवां चौराहे के पास से उसे अरेस्ट कर लिया।

फरार चल रहे बदमाशों की तलाश की जिम्मेदारी थानेदारों की है। समय-समय पर इसकी समीक्षा की जाती है। हाल के दिनों में पिछले कई साल से फरार चल रहे बदमाशों की गिरफ्तारी हुई है। इनमें कुछ ने पुलिस के डर से अपना हुलिया और नाम बदल लिया था। वह दूसरी जगहों पर छिपकर रह रहे थे।

- डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Inextlive