- श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर विवाद करने वालों को मिली राहत

- थानों के लॉकअप खुले रहे, विशेष मामलों में हुई कार्रवाई

GORAKHPUR: जिले में शुक्रवार की रात श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनी। पुलिस लाइन से लेकर थानों और पुलिस चौकियों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। लोकल पब्लिक संग सद्व्यवहार बढ़ाते हुए सहभोज भी आयोजित गए। लेकिन इन सबके बीच पुलिस की वर्किग भी खूब चर्चा रही। मान्यता के अनुसार पारंपरिक ढंग से थानों के लॉकअप खुले रहे। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर उनमें किसी मुल्जिम को नहीं रखा गया। जिसका लोगों ने बेजा फायदा भी उठाया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पारंपरिक ढंग से यह चलता आ रहा है। इसलिए थानेदार थोड़ा परहेज करते हैं, लेकिन गंभीर मामलों में कार्रवाई जारी रही।

पता था नहीं बंद करेगी पुलिस

जिले में शुक्रवार की रात श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का भव्य आयोजन किया गया। थानों पर पहले से साज सजावट की गई थी। हर जगह पर श्रीकृष्ण पूजा के बाद प्रसाद वितरण हुआ। रात आठ बजे के बाद जहां रौनक नजर आने लगी। वहीं नशेडि़यों और बवालियों ने पुलिस की परेशानी बढ़ा दी। नशे में धुत होकर मारपीट करने की सूचना मिलती रही। जिले में दो दर्जन से अधिक जगहों से मारपीट की सूचनाएं सामने आई। इस दौरान मामूली मामलों में पकड़े गए लोगों पर पुसिल ने रहमदिली दिखाई। उनके माफी मांगने पर सुलहनामा कराकर थानों से छोड़ दिया। इसके पीछे बड़ी वजह रही कि जन्माष्टमी पर पुलिस किसी को लाकअप में नहीं बंद करती। इस मामले में दरोगा और सिपाहियों के बीच भी चर्चा हुई। सिपाहियों ने कहा कि ये सब ज्यादा इसलिए भिड़ रहे हैं, क्योंकि इनको पता है कि आज के दिन किसी को बंद नहीं किया जाता है।

मान्यता निभा रही पुलिस

हाईटेक होती पुलिस भी पारंपरिक मान्यताओं को मान रही है। पुलिस महकमे से जुड़े लोगों ने बताया कि साल में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार ही पुलिस खुले दिल से मनाती है। भगवान कृष्ण का जन्म जेल में हुआ था। इसलिए पूजापाठ करके पुलिस कर्मचारी प्रसाद का वितरण करते हुए। इस दिन सुख-समृद्धि की कामना करते हुए सभी लोग भक्ति में लीन रहते हैं। ऐसे में थानों का लॉकअप पूरी तरह से खुला रखा जाता है। पुलिस कर्मचारी अपनी आस्था के अनुसार लॉकअप नहीं बंद रखते। इसी वजह से किसी को उसमें बंद नहीं किया जाता। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पुलिस गंभीर मामलों में ही किसी को पकड़ती है। पकड़े गए लोगों को लॉकअप में रखने के बजाय थाना दफ्तर या अन्य किसी कक्ष में निरुद्ध किया जाता है।

शाहपुर में दूसरे दिन हुआ आयोजन

विभिन्न घटनाओं की वजह से शाहपुर थाना के प्रति लोगों की धारणा बदल गई है। अभिशप्त माना जाने वाले शाहपुर में आमतौर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर आयोजन से थानेदार परहेज करते हैं। शुक्रवार की सुबह सफाई के दौरान फायर होने पर छत की प्लास्टर गिरने से पुलिस कर्मचारी घायल हो गए थे। इसको अपशकुन मानते हुए पुलिस ने जन्माष्टमी मनाने से परहेज किया। वहां पर शनिवार को कार्यक्रम हुए। फायरिंग के मामले में जांच का निर्देश एसएसपी ने सीओ केा दिया। इसके अलावा कैंट थाना में कई साल के बाद आयोजन हुआ।

यहां के विभिन्न थानों के बारे में अलग-अलग कहानियां सुनने को मिल रही है। शाहपुर के बारे में जानकारी सामने आई। पूर्व में घटना होने से पुलिस कर्मचारी डर गए थे। इस बार सादगी से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का आयोजन किया गया। आमजन संग पुलिस कर्मचारियों ने भजन-कीर्तन करके जन्माष्टमी मनाई।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Inextlive