देश के कई हिस्सों से उड़ता हुआ टिड्डी दल अब कानपुर में प्रवेश कर गया है। सोमवार रात टिड्डियों के समूह को कानुपर में आसमान में उड़ते देखा गया। इसको लेकर प्रशासन अलर्ट पर है।


कानपुर (एएनआई)। उत्तर प्रदेश के कानपुर में गंगा बैराज और आसपास के इलाकों में कई स्थानों पर टिड्डियों का झुंड उड़ते देखा गया। जिला मजिस्ट्रेट ब्रह्मदेव राम तिवारी ने कहा कि इस संबंध में अलर्ट जारी किया जा रहा है। तिवारी ने कहा, "हवा की गति के अनुसार टिड्डियां कानपुर में प्रवेश कर सकती हैं। इसके मद्देनजर एक अलर्ट जारी किया जा रहा है कि सभी लोग सरकारी अधिकारियों और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और खुद को टिड्डे के हमले से बचाएं।" उन्होंने कहा, "पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और कृषि विभाग अलर्ट पर हैं। फायर ब्रिगेड भी अलर्ट पर है।"कृषि विभाग रख रहा निगरानी


रेगिस्तानी टिड्डे टिड्डों की एक प्रजाति है। टिड्डियों का यह समूह जहां से गुजरता है, वहां के पौधों और फसलों को पूरा चट कर जाता है। जिससे खाद्य आपूर्ति और लाखों लोगों की आजीविका के लिए एक अभूतपूर्व खतरा पैदा हो जाता है। कृषि मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, टिड्डियों के झुंडों के सभी समूहों को राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के राज्य कृषि विभागों, स्थानीय प्रशासन और केंद्रीय टिड्डी चेतावनी संगठन के अधिकारियों, और नियंत्रण कार्यों की टीमों द्वारा ट्रैक किया जा रहा है।सबसे खतरनाक प्रवासी कीट है टिड्डी

टिड्डी सबसे पुराना और खतरनाक प्रवासी कीट है, जो पूर्वी अफ्रीका से उड़ता है और ईरान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के माध्यम से भारत में प्रवेश करता है। कीट को पौधों के प्लेग के रूप में भी कहा जाता है और लाखों के झुंड में उड़ता है और एक दिन में लगभग 150-200 किमी की दूरी तय करता है। देश में टिड्डी हमले पिछले साल से बढ़ गए हैं लेकिन इस वर्ष, मानसून के आगमन से पहले टिड्डियों में बहुत अधिक भीड़ हो गई है और देश के मध्य भागों में पहुँच गए हैं - जिसमें पंजाब, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र ज्यादा प्रभावित हैं।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari