- 2500 रोजाना आते हैं ओपीडी में

- 125 डॉक्टर संस्थान में

- 2 हजार से ज्यादा होती हैं जांचे

- 1300 संविदा कर्मचारी हैं तैनात

- जल्दी पर्चा बनवाने को लेकर संविदा कर्मियों से भिड़े छात्र

- तीन कर्मचारियों के हाथ में फ्रेक्चर, हड़ताल पर गये कर्मचारी

LUCKNOW: डॉ। राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में मंगलवार सुबह पहले पर्चा बनवाने को लेकर एमबीबीएस स्टूडेंट्स और संविदा कर्मचारी आपस में भिड़ गये। विवाद इतना बढ़ गया कि स्टूडेंट्स ने कर्मचारियों की जमकर पिटाई कर दी, जिसके बाद दोनों पक्षों में जमकर बवाल हुआ। बवाल के दौरान स्टूडेंट्स पर्चा काउंटर का शीशा तोड़ दिया। इससे नाराज कर्मचारियों ने काम ठप कर दिया। मामले की सूचना पर अधिकारी मौके पर पहुंच गये और कर्मचारियों को कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद काम चालू कर दिया। वहीं शाम को ठोस कार्रवाई न होने से नाराज कर्मचारी हड़ताल पर चले गये।

लाइन को लेकर हुआ बवाल

संस्थान के आंकोलॉजी भवन में डॉक्टर, छात्र व कर्मचारियों के लिए पर्चा बनवाने का एक ही काउंटर है। काउंटर पर सुबह से ही मरीजों की लाइन लगी हुई थी। संविदा कर्मचारी काउंटर पर पर्चा बनाने का काम कर रहे थे। इसी दौरान सुबह करीब 9 बजे एमबीबीएस-2019 के छात्रों ने पहले अपना पर्चा बनाने का दबाव शुरू कर दिया जब कर्मियों ने ऐसा करने से मना कर दिया तो कुछ छात्र लाइन तोड़कर काउंटर पर सामने खड़े हो गए और कर्मचारियों को अपशब्द कहना शुरू कर दिया, जिसपर कर्मचारी नाराज हो उठे। दोनों ओर से कहा-सुनी शुरू हो गई। देखते ही देखते विवाद हाथापाई पर उतर आया।

कर्मचारियों को पीटा

बवाल बढ़ते ही छात्रों ने काउंटर का शीशा तोड़ दिया और कर्मचारियों को पीटने के लिए दौड़ पड़े। वहीं खुद को बचाने के लिए कर्मचारी मेज के नीचे छुप गए। छात्रों ने कर्मचारियों को काउंटर से बाहर खींच लिया और पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान कई स्टूडेंट्स भी घायल हो गये। घटना से सहमी महिला कर्मचारी कमरे में जाकर छुप गई। बवाल की सूचना पाकर बीच-बचाव करने पहुंचे अन्य संविदा कर्मचारी को भी छात्रों ने पीट दिया। पिटाई से प्रतीक, अभिषेक और उदित के हाथ में फ्रेक्चर हो गया जबकि आनंद को अंदरूनी चोटें आई हैं। करीब आधे घंटे तक जमकर संस्थान में बवाल चला। वहीं कर्मचारियों ने घटना के बाद काम ठप कर दिया।

मरीज हुये परेशान

मामले की सूचना पर संस्थान के अधिकारी आनन-फानन में मौके पर पहुंच गये। उन्होंने कर्मचारियों को शाम को बैठक कर मारपीट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद कर्मचारी काम पर लौट आए। इस दौरान करीब एक से डेढ़ घंटे तक काम प्रभावित रहा, जिससे मरीजों को काफी प्रॉब्लम हुई। घटना को देखकर कई मरीज बिना इलाज की लौट गये। मरीज एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एमआरआई की जांच के लिए भटकते रहे।

कारण बताओ नोटिस जारी

वहीं शाम को निदेशक डॉ। ऐके त्रिपाठी को ने मामले की जांच के लिए डीन डॉ। नुजहत हुसैन की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी। टीम में शामिल प्रो। पीएस सिंह और डॉ। नबवीर पसरीचा ने घटना का वीडियो देखा, जिसके बाद तीन एमबीबीएस के छात्रों और तीन संविदा कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया। साथ में 24 घंटे में जवाब मांगा है। वहीं इस कार्रवाई से असंतुष्टि कर्मचारियों ने शाम को हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी।

कोट

तीन छात्र और तीन संविदा कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जवाब मिलने के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अभी हड़ताल की कोई सूचना नहीं है।

- डॉ। एके त्रिपाठी, निदेशक लोहिया संस्थान

निदेशक कोई निर्णय नहीं ले सके, जिससे कर्मचारियों में रोष है। कल सुबह 8 बजे से इमरजेंसी को छोड़कर हड़ताल का फैसला लिया गया है।

- रंजीत, अध्यक्ष कर्मचारी संघ

Posted By: Inextlive