-नरेंद्र मोदी के खिलाफ तमिलनाडु के 111 किसान लड़ेंगे चुनाव

-दिल्ली में मांगों को लेकर प्रदर्शन कर चुके हैं किसान

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VARANASI : पिछले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव लड़ने से खास बन चुकी वाराणसी संसदीय सीट इस बार भी कुछ खास कारणों से राजनीतिक पटल पर टॉप पर रहेगी. इसकी बानगी दिखने लगी है. नरेंद्र मोदी के दोबारा चुनाव लड़ने की घोषणा इसकी शुरुआत है. इसी कड़ी में तमिलनाडु के किसान नेता पी. अय्याकन्नू ने घोषणा की है कि वाराणसी में मोदी के खिलाफ 111 किसान चुनाव लड़ेंगे. 2014 में वाराणसी सीट से करीब 43 लोग मोदी के खिलाफ चुनाव लड़े थे. इस बार यह संख्या 100 से ऊपर जा सकती है.

 

तमिलनाडु के किसान नेता का ऐलान

दिल्ली में अपनी मांगों को लेकर कई दिनों तक प्रदर्शन कर चुके तमिलनाडु के किसान चुनावी समर में उतरने की तैयारी में हैं. तमिलनाडु के किसान नेता पी. अय्याकन्नू ने कहा कि राज्य के 111 किसान वाराणसी से मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. राष्ट्रीय दक्षिण भारतीय नदियां जोड़ो किसान संगठन के अध्यक्ष अय्याकन्नू ने कहा कि यूपी से चुनाव लड़ने का फैसला इसलिए किया गया ताकि भाजपा से कहा जा सके कि वह अपने घोषणा-पत्र में इस बात को शामिल करे कि 'फसल उत्पादों के लिए मुनाफे वाली कीमत' सहित किसानों की दूसरी मांगें पूरी की जाएंगी.

 

2014 में केजरीवाल समेत 43 थे मैदान में

पिछली बार वाराणसी संसदीय सीट से भाजपा उम्मीद नरेंद्र मोदी के खिलाफ आप से अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस से अजय राय, बसपा से विजय प्रकाश जायसवाल, सपा से कैलाश चौरसिया समेत कुल 43 लोग चुनाव लड़े थे. अरविंद केजरीवाल को छोड़कर सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी. यह जानते हुए इस बार भी कई लोग वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ने का दम भर रहे हैं.

 

वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे पूर्व आईएएस

पूर्व आईएएस हीरालाल त्रिवेदी ने घोषणा की कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ेंगे. त्रिवेदी सपाक्स पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को उनकी जनविरोधी नीतियों का जवाब देने के लिए वह चुनाव लड़ने की घोषणा की है. उनका आरोप है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने जनता के पक्ष में कम काम किया है. उनकी पार्टी जातिगत आरक्षण, आरक्षण का विरोध करेगी.

Posted By: Vivek Srivastava