भारत की 16वीं लोकसभा के लिए हो रहे चुनावों के सात चरण समाप्त हो चुके हैं अभी दो चरणों के चुनाव बाक़ी हैं. लेकिन सभी दलों के नेताओं के भाषणों में आरोपों-प्रत्यारोपों और बयानबाज़ियों का स्तर वैसा ही है जैसा कि चुनाव से पहले था.


फ़िलहाल इतना ज़रूर हुआ है कि जगह बदलने से नेताओं की ओर से लगाए जाने वाले आरोपों का विषय बदल गया है.गुरुवार को सीमांध्र में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कई चुनावी रैलियों को संबोधित किया.मदनापल्ली में हुई रैली में मोदी ने यूपीए सरकार पर तेलुगुभाषी लोगों का  अपमान करने का आरोप लगाया.दो गज ज़मीनमोदी ने कांग्रेस पार्टी पर आंध्र प्रदेश को बाँटने का आरोप तो लगाया ही, उन्होंने  सोनिया गांधी पर पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव के अपमान का भी आरोप लगाया.उन्होंने कहा, “माँ-बेटे की सरकार ने उनके स्वर्गवास के बाद दिल्ली में दो गज ज़मीन तक नहीं दी. वो कांग्रेस के नेता थे लेकिन उनके मृत शरीर को कांग्रेस कार्यालय में एंट्री तक नहीं दी गई.”


लालू प्रसाद यादव ने कहा, “नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान भेज दिया जाए. वो दूसरों को भेज रहे हैं, खुद जाएं तब समझ में आए.”आम आदमी पार्टी के साथ जदयूनेताओं की बयानबाज़ी और आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों में कई नेताओं पर सख़्ती के बाद नेताओं के निशाने पर चुनाव आयोग भी आ गया है.

चुनाव आयोग ने जब नरेंद्र मोदी पर कार्रवाई की तो उन्होंने इसके लिए आयोग की बजाय कांग्रेस पार्टी को ज़िम्मेदार ठहराया. जबकि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता आज़म ख़ान ने आयोग को कटघरे में खड़ा किया.आजम खान ने कहा, “चुनाव आयोग ने सिर्फ़ मेरा नाम देखा, मेरा धर्म देखा और मेरी जाति देखी. और कमज़ोर मुसलमानों को इसलिए बेज़ुबान किया ताकि भारतीय जनता पार्टी की मदद की जा सके.”इस बीच जनता दल यूनाइटेड ने वाराणसी संसदीय सीट पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल को समर्थन देने का फ़ैसला किया है.वाराणसी संसदीय सीट से भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी और कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय भी चुनाव लड़ रहे हैं.

Posted By: Subhesh Sharma