देश में आम चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान शुरू होने में एक महीने से भी कम समय बचा है लेकिन इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेताओं की लोकसभा सीट को लेकर भ्रम का माहौल बरकरार है.


इन नेताओं में पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के साथ ही लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं.इस सिलसिले में भारतीय जनता पार्टी की संसदीय बोर्ड की गुरुवार को बैठक हुई और दौरान वाराणसी सीट की उम्मीदवारी के बारे में भी फैसला किया जाना था, लेकिन अब माना जा रहा है कि इस बारे में किसी फैसले को टाल दिया गया है.लंबे समय से इस बात के क़यास लगाए जा रहे हैं कि नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश की बनारस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. पार्टी ने भी कभी इन संभावनाओं से इनकार नहीं किया है.इस बीच गुजरात भाजपा ने कहा है कि नरेन्द्र मोदी गुजरात की किसी सीट से जरूर चुनाव लडेंगे.फैसले का इंतजार


बनारस से फ़िलहाल भाजपा के मुरली मनोहर जोशी सांसद हैं. सीट विवाद की अटकलों के बारे में मुरली मनोहर जोशी कह चुके हैं कि इस बारे में जो भी फैसला होगा वो "मोदी की उपस्थिति में होगा और मोदी की प्रतिष्ठा पर कोई आंच नहीं आएगी." जोशी ने ये भी कहा था कि इस बारे में 13 मार्च को संसदीय बोर्ड में फैसला होगा.

हालांकि गुरुवार को पार्टी के दिग्गज नेता दिल्ली में जुटे, लेकिन फिलहाल प्रत्याशियों को लेकर किसी तरह की घोषणा नहीं हुई है.इस बीच गुजरात भाजपा ने गुरुवार को घोषणा की कि नरेन्द्र मोदी राज्य की किसी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. नरेन्द्र मोदी फिलहाल गुजरात के मुख्यमंत्री हैं.समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ गुजरात भाजपा महासचिव विजय रूपानी ने संवाददातों को बताया, "मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि मोदी जी गुजरात की एक सीट से चुनाव लड़ेंगे."आडवाणी की सीट?उन्होंने कहा, "इस बात की काफ़ी मांग है कि नरेन्द्र मोदी राज्य के चार प्रमुख शहरों- अहमदाबाद, राजकोट, वडोदरा और सूरत, में किसी सीट से चुनाव लड़ें."उन्होंने कहा कि मोदी किस सीट से चुनाव लड़ेंगे, इस बारे में निर्णय किया जाना है, लेकिन उनका राज्य से चुनाव लड़ना तय है.उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट से उनकी उम्मीदवारी के बारे में पूछने पर रूपानी ने कहा, "मैं किसी दूसरी सीट के बारे में नहीं जानता, लेकिन इस बारे में हमारा केन्द्रीय संसदीय बोर्ड फ़ैसला लेगा."पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के गांधीनगर से चुनाव लड़ने के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया, "इस बारे में केंद्रीय संसदीय बोर्ड फैसला करेगा."

आडवाणी गांधीनगर सीट से पांच बार चुनाव जीत चुके हैं और वो इस बार भी गांधी नगर से चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं.

Posted By: Subhesh Sharma