-मोबाइल चार्जर से महिला का गला घोटा, कान के बाले नोचे

-पुलिस मामले को दबाए बैठी रही, आईजी के पहुंचने बुलाई गई फॉरेंसिक यूनिट

- निजी नर्सिगहोम में कराया एडमिट, रात तक नहीं आया होश, हालत नाजुक

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KANPUR: जूही में दिनदहाड़े लुटेरों ने घर में घुस कर महिला को मरणासन्न कर लूट को अंजाम दिया। घटना के दौरान महिला ने विरोध किया तो लुटेरों ने महिला का मोबाइल चार्जर से गला घोटने का प्रयास किया। इसके बाद उसके बाले नोच कर भाग निकले। थोड़ी देर बाद महिला का बेटा घर आया तो मां को मरणासन्न हालत में देखकर उसके होश उड़ गए। महिला को पास के नर्सिगहोम में एडमिट कराया गया और फौरन मामले की सूचना जूही पुलिस को दी गई। लेकिन जूही पुलिस छानबीन करने की बजाय मामले को दबाने का प्रयास करने लगी। घटना के ढाई घंटे बाद आईजी पहुंचे जिसके बाद फॉरेसिंक यूनिट को बुलाया गया। लूटपाट में कितना सामान गया इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी है। महिला के पति ने लूट की तहरीर दी है। महिला की हालत नाजुक बनी हुई है।

लुटेरों के हमले से महिला सदमे में

जूही थानाक्षेत्र के छंगामल के हाते में रहने वाले राकेश यादव की सरकारी राशन की दुकान है। घर में पत्न शालिनी और तीन बच्चे हैं। शनिवार को दो बच्चे रोज की तरह स्कूल गए थे। जबकि छोटा बेटा देव पड़ोस में रहने वाले अपने ताऊ रमेशचंद्र के घर गया था। राकेश भी क्0.फ्0 बजे के करीब अपनी राशन की दुकान पर चले गए। शालिनी घर पर अकेली थी। बेटा देव क्क् बजे के करीब खाना खाने घर पहुंचा तो शालिनी अपने कमरे में लहूलुहान हालत में पड़ी मिली। उनके गले में मोबाइल चार्जर का तार कसा हुआ था और उससे खून निकल रहा था। दोनों कानों से भी बाले नोचे जाने की वजह से काफी खून बह रहा था। देव का शोर सुनकर पड़ोसी दौड़ पड़े। मामला पता चलते ही लोगों ने पुलिस को सूचना देने के बाद शालिनी को जूही स्थित निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहां रात तक वह होश में नहीं आ सकी। डॉक्टरों का कहना है, हालत अभी खतरे से बाहर नहीं है।

ये पुलिस मामला दबाती है

वारदात की सूचना पाते ही जूही पुलिस मौके पर पहुंच तो गई लेकिन छानबीन कर लुटेरों का पता लगाने की बजाय मामला मैनेज करने की कोशिश में लग गई। न तो फोरेंसिक यूनिट को बुलाया और न ही उच्च अधिकारी को बताया। लेकिन ढाई बजे आईजी आशुतोष पांडेय मौके पर पहुंच गए। इसके बाद फोरेंसिक यूनिट ने पहुंच कर छानबीन की। वहीं पीडि़त परिवार के सदस्य भी घटना से सहमे हैं और बात करने से बच रहे हैं। आईजी ने एसओ प्रदीप कुमार को रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। घटना में नजदीकी लोगों के शामिल होने की संभावना से भी पुलिस ने इंकार नहीं किया है।

Posted By: Inextlive