- महानगरी व रेल ओवर ब्रिज पर बम प्लांट करने वाले की दहशत

- मेला से लेकर रेलवे स्टेशन तक हर संदिग्ध की ली गई तलाशी

ALLAHABAD:

'आम आदमी' के चक्कर में आम आदमी को परेशान होना पड़ा। महानगरी व मेजा रेल ओवर ब्रिज पर बम रखने वाले 'आम आदमी' की पहेली को पुलिस व खुफिया एजेंसियां सुलझाने के लिए आम आदमी के पीछे पड़ी रहीं। मेला एरिया से लेकर रेलवे स्टेशन तक पुलिस व खुफिया एजेंसियों की निगाह 'आम आदमी' को तलाशती रही। दूर-दूर से आए लोगों को भी 'आम आदमी' के चक्कर में हर जगह तलाशी देनी पड़ी।

अब तक नहीं मिला कोई सुराग

बम रखकर रेल मंत्री से हादसों में मारे गए लोगों के लिए 10 करोड़ रुपए का मुआवजा मांगने वाले 'आम आदमी' के बारे में एजेंसियां कोई सुराग नहीं लगा सकी हैं। उसकी खोज में आईबी, एलआईयू, एटीएस, इंटेलिजेंस ब्यूरो, जीआरपी के साथ ही सिविल पुलिस लगी हुई है। महानगरी में 28 जनवरी को बम रखा गया था और चार फरवरी को मेजा के रेल ओवर ब्रिज पर बम मिला था। दोनों बम के साथ रेल मंत्री को संबोधित चिट्ठी मिली थी और 10 करोड़ रुपए की डिमांड की गई थी। लास्ट ईयर नवंबर में मेजा में ही रेलवे क्रासिंग के पास एक बम रखा गया था और उसमें एलस्ट्राम कंपनी के एमडी से दो करोड़ रुपए मांगे गए थे। बम प्लांट करने वाले को सिरफिरा बताया जा रहा है। उसकी मानसिक स्थिति को लेकर भी तरह तरह की बातें की जा रही हैं।

बार-बार देनी पड़ी तलाशी

मेले में आने वालों को सबसे अधिक दिक्कत पुलिस की अति सक्रियता से हुई। स्नानार्थी के वेश में बम रखने वाला 'आम आदमी' न चला आए, इसको लेकर पुलिस काफी एक्टिव रही। जिस किसी पर भी शक होता, उसकी अच्छी तरह से तलाशी ली जाती। बैग लेकर आने वाले अधिकांश लोगों को पुलिस ने मेला में कई जगह चेक किया। संगम नोज से लेकर परेड ग्राउंड के बीच हजारों लोगों की दो से तीन बार तलाशी ली गई। इस बात को लेकर कई जगह किचकिच भी हुई।

यमुनापार में ही अटकी जांच

जांच एजेंसियों को शक है कि बार-बार बम प्लांट करने वाला यमुनापार का ही है। बम प्लांट करने वाले की यमुनापार में जोर शोर से तलाश हुई लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। जीआरपी 11 लोगों को झांसी ले गई, उनका भी बम से कोई कनेक्शन नहीं मिला। आखिरकार सबको छोड़ दिया गया। सर्विलांस से भी पुलिस को कोई मदद नहीं मिली।

Posted By: Inextlive