-बीमार बहन के इलाज के लिए थी रकम की जरूरत

मेरठ: कोतवाली थाना क्षेत्र में एक सर्राफ के कर्मचारी ने बीमार बहन के उपचार के लिए लूट का नाटक रचते हुए बैंक में जमा कराने के लिए दी गई रकम रिश्तेदार के घर जाकर बेड के नीचे छिपा दी। लूट का शोर मचाने पर पुलिस ने कर्मचारी से पूछताछ की तो सच्चाई खुलकर सामने आ गई। नौकर की निशानदेही पर पुलिस ने पूरी रकम बरामद कर ली।

बैंक में जमा करना था कैश

कागजी बाजार स्थित राधेश्याम शिवकुमार ज्वैलर्स की दुकान पर ब्रह्मापुरी के इंदिरा नगर का निवासी अंकुर पुत्र अरुण कुमार लंबे समय से काम करता है। शनिवार को अंकुर दुकान से 1.16 लाख का कैश लेकर हापुड़ रोड स्थित आईसीआईसीआई बैंक की शाखा में जमा कराने गया था। कुछ देर बाद ही उसने दुकान के मालिक को कॉल करके बताया कि बुढ़ाना गेट के निकट दो पैदल बदमाशों ने उसका स्कूटर रोककर उससे रकम लूट ली। लूट की जानकारी मिलते ही ज्वैलर्स और उसके कई साथी मौके पर पहुंचे और पुलिस को जानकारी देते हुए अंकुर को लेकर कोतवाली पहुंचे।

बयान बदले तो हुआ शक

शनिवार को एसपी सिटी मान सिंह चौहान, सीओ कोतवाली रणविजय सिंह ने पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि अंकुर ने पूछताछ में कई बार बयान बदले जिससे घटना पर शक हुआ।

Posted By: Inextlive