बातों ही बातों में इशारा हो गया बैठे-बैठे जीने का सहारा हो गया.


पायल से मेरी पहली मुलाकात सोशल नेटवर्किंग साइट के थ्रू हुई थी. उस समय मेरा एनडीए में सेलेक्शन हुआ था और मैं ट्रेनिंग ले रहा था. एक दिन मैं फ्रेंड सर्च कर रहा था. एक प्रोफाइल पर मेरी नजर पड़ी. वह पायल की प्रोफाइल थी. मुझे उसकी प्रोफाइल फोटो बहुत अट्रैक्टिव लगी. मैंने तुरंत फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट भेज दी. उस समय वह भी ऑनलाइन थी उसने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली. मैंने उससे चैट करना शुरू कर दिया. थोड़ी दिनों में ही हम दोनों अच्छे दोस्त बन गए. हमने नंबर एक्सचेंज किए और फोन पर भी बात करने लगे. इसी बीच मुझे अपनी ट्रेनिंग के सिलसिले में कुछ दिनों के लिए देहरादून जाना पड़ा. शाम को मैं अपने दोस्तों के साथ घूम रहा था. अचानक मेरी नजर फ्रेंड ग्रुप के साथ घूम रही एक लडक़ी पर पड़ी. मुझे वह पायल की तरह लगी लेकिन मैं उससे कभी मिला नहीं था इसलिए कंफ्यूज था. मैंने पायल को कॉल करके पूछा कि वह कहां हैं? उसने बताया कि वह फ्रेंड्स के साथ देहरादून आई है. मैंने उससे कहा कि पीछे घूमो मैं तुम्हारे पीछे खड़ा हूं. मुझे देखकर वह शॉक्ड रह गई.  हम दोनों ने एक-दूसरे को अपने फ्रेंड्स से इंट्रोड्यूज़ करवाया. अगले दिन हम दोनों ने अकेले घूमने का प्रोग्राम बनाया. पूरे दिन हम दोनों साथ में घूमते रहे. मुझे वह बहुत अच्छी लगी मैंने उसे प्रपोज़ कर दिया. उसने भी मेरा प्रपोज़ल एक्सेप्ट कर लिया. दो दिन बाद वह अपनी फ्रेंड्स के साथ वापस चली गई. इस मुलाकात के बाद मेरा उसके साथ एक रिश्ता बन गया था. आर्मी की हार्ड ट्रेंनिंग के बाद भी मैं उससे बात करने का समय निकाल ही लेता था. समय बीतता गया और मेरी ट्रेनिंग कंप्लीट हो गई.  छुट्टियों में मैं घर गया तो सबसे पहले मम्मी को फेसबुक खोलकर पायल की फोटोज दिखाई. मम्मी को भी पायल पसंद आ गई. उसके बाद मैं पायल से मिलने उसके सिटी गया और उसे शादी के लिए प्रपोज़ किया. उसने हां कर दी. मैं उसके पैरेंट्स से मिला. उन्हें प्रॉब्लम नहीं थी लेकिन वह चाहते थे कि पायल अपनी स्टडीज़ कंप्लीट कर लें. हमारी इंगेजमेंट हो चुकी है और एक साल बाद शादी हो जाएगी. Rachit

Posted By: Surabhi Yadav