-घटना के पहले काशी विद्यापीठ के नरेंद्रदेव हॉस्टल में बदमाशों ने पी शराब

-हॉस्टल से सामान समेटकर भाग निकला मुख्य आरोपी

VARANASI: काशी विद्यापीठ में ग्रेजुएशन के छात्र व जेएचवी मॉल स्थित शोरूम का स्टाफ प्रशांत मिश्रा और आलोक उपाध्याय की अदावत पुरानी है। नरेंद्रदेव छात्रावास के रूम नंबर 62 में रहने वाले आलोक अपराधी प्रवृत्ति का है। अक्सर कैम्पस व बाहर मारपीट करता था। बताया जाता है कि प्रशांत और आलोक के बीच लड़ाई की वजह यूनिवर्सिटी की ही एक छात्रा है। दोनों उसे पसंद करते हैं। इस बात को लेकर दोनों के बीच कई बार मारपीट हो चुकी है। तीन दिन पहले भी रात में मॉल से घर लौटते समय प्रशांत मिश्रा की आलोक उपाध्याय और उसके साथियों ने नदेसर क्षेत्र में जमकर पिटाई की थी।

 

हॉस्टल में पी शराब

पिटाई के बाद प्रशांत आलोक से बदला लेने की फिराक में था और आलोक के परिचितों को उसने धमकी भी थी। इसकी जानकारी आलोक को हुई तो अपने दो साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या की योजना बनाने लगा। बुधवार को हॉस्टल के रूम नंबर 62 में पहले तीनों ने पहले शराब पी। इसके बाद सभी असलहा लेकर जेएचवी मॉल पहुंच गए। प्रशांत तो नहीं मिला लेकिन चार लोग इनकी गोलीबारी के शिकार हो गए। घटना के बाद भागकर आलोक अपने हॉस्टल आया और सामान समेटकर भाग निकला।

 

करता था मनमानी

बीए थर्ड ईयर के छात्र आलोक उपाध्याय के ऊपर छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारियों का सपोर्ट है। इसी वजह से वह कैम्पस में मनमानी करता था। हास्टल में दारू-बीयर की पार्टी चलती थी लेकिन क्या मजाल कि कोई एक शब्द भी बोल सके। एक पूर्व प्रत्याशी रहे इस्तेखार अली और प्रशांत से बिल्कुल नहीं बनती थी। इसी साल छात्रसंघ चुनाव के दौरान हॉस्टल में इस्तेखार अली की आलोक ने अपने साथियों के साथ पिटाई की थी। इसके बाद इस्तेखार अली ने भी बाहरी लोगों के साथ मिलकर आलोक उपाध्याय की जमकर पिटाई की थी। इस घटना में प्रशांत न इस्तेखार का साथ दिया था। तब से आलोक की नजर में प्रशांत और चढ़ गया था। सिगरा थाना में आलोक की कारगुजारियों की अक्सर शिकायत पहुंचती थी लेकिन कभी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हुई। इसका ही नतीजा रहा कि उसका मन इतना बढ़ गया कि उसने मॉल में ताबड़तोड़ फायरिंग करके दो लोगों की जान ले लिया।

Posted By: Inextlive