RANCHI : सुमन सिंह मौत मामले में लोअर बाजार पुलिस सेंटेविटा हॉस्पिटल मैनेजमेंट और डॉक्टर्स से पूछताछ करेगी। इससे पहले पुलिस ने सुमन के पति और धुर्वा स्थित सेक्टर थ्री में रहने वाले मुकेश कुमार व उनके परिजनों का बयान लिया। सभी के बयान अलग-अलग रिकॉर्ड किए गए हैं। इनके द्वारा दिए गए बयान के आधार पर सेंटेविटा हॉस्पिटल के खिलाफ आगे की कार्रवाई करने की तैयारी में पुलिस जुटी हुई है।

दर्ज है एफआईआर

मुकेश कुमार ने अपनी पत्नी सुमन की मौत के लिए सेंटेविटा हॉस्पिटल मैनेजमेंट और डॉक्टर्स की लापरवाही को वजह बताया है। इस बाबत उन्होंने लोअर बाजार थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें डॉ निधि निकुंज और डॉ एग्नेस मिंज को आरोपी बनाया गया है।

यह है पूरा मामला

सुमन को 13 अक्तूबर को प्रसव पीड़ा के बाद सेंटेविटा हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था। सुमन का इलाज डॉ निधि निकुंज से चल रहा था। 14 को ऑपरेशन से बेटी पैदा हुई। डॉ निधि निकुंज के अबसेंस में 15 अक्टूबर की रात डॉ एग्नेस मिंज ने ब्लड प्रेशर जांच किए बिना ऑपरेशन कर डाला। ऑपरेशन से डेढ़ किलोग्राम की बच्ची पैदा हुई। उस वक्त सुमन की हालत स्थिर थी। इसी दौरान सिस्टर ने उसे इंजेक्शन दे दिया। इंजेक्शन लेते ही सुमन सिंह अचेत हो गई थी। 15 की रात ही सुमन सिंह का सिटी स्कैन कराया गया, जहां ब्रेन हेमरेज होने की बात सामने आई। लेकिन, 24 घंटे तक किसी भी न्यूरो सर्जन से कंस्लट नहीं किया गया था।

Posted By: Inextlive