- परसाखेड़ा स्थित बीपीसीएल प्लांट में छापेमारी के दौरान औसतन 200 ग्राम हर सिलिंडर में गैस मिली कम

-एक सिलिंडर पर कंज्यूमर को 64.72 रुपए का लगाया जा रहा चूना

-अधिकारियों की छापेमारी में प्लांट की खुली पोल, फिर भी नहीं की कोई कार्रवाई

बरेली: अगर आप एलपीजी कस्टमर हैं तो यह न्यूज आपके लिए ही है। अगर आपके घर में यूज होने वाला सिलिंडर में गैस समय से पहले ही खत्म हो जा रही है तो सावधान हो जाइए क्योंकि फ्राइडे को बांट-माप विभाग की टीप और एलपीजी के अधिकारियों ने जब परसाखेड़ा स्थित प्लांट में छापेमारी की तो हर सिलिंडर में औसतन 200 ग्राम गैस कम पाई गई। इस हिसाब से कंज्यूमर को प्रति सिलिंडर 64.72 रुपए का चूना लगाया जा रहा है। यानि कि बीपीसीएल हर साल 36 हजार किग्रा। गैस चुराकर बरेलियंस की जेब पर 1.45 करोड़ का डाका डाल रही है या यूं कहें वह मुनाफा कमा रही है। हैरत की बात है कि इतनी बड़ी अनियमितता पाए जाने पर भी अधिकारियों ने कंपनी पर तुरंत कोई कारवाई नहीं की। उनका कहना है रिपोर्ट तैयार कर सैटरडे को जुर्माना लगाया जाएगा।

प्लांट में ही ही रहा खेल

बीपीसीएल का बाटलिंग प्लांट परखाखेड़ा में है। जहां से डिस्ट्रिक्ट के एक लाख कंज्यूमर्स को घरेलू गैस सिलिंडर की सप्लाई करता है। अफसरों की ही माने तो करीब 15 हजार सिलिंडर में डेली गैस रीफिलिंग कर एजेंसी को सप्लाई जाती है। बॉटलिंग प्लांट से ही प्रति गैस सिलिंडर 50 से 500 ग्राम कम रीफिल की जा रही है। ऐसे में बाटलिंग प्लांट से ही सिलिंडर में कई किलो गैस कम देकर कंज्यूमर्स को चूना लगाया जा रहा है और प्लांट ओनर भारी मुनाफा कमा रहे हैं।

सप्लाई को जा रहा था वाहन

फ्राइडे शाम को जब बांट-माप विभाग की टीम ने प्लांट के बाहर छापेमारी करने पहुंची तो हड़कंप मच गया। टीम के अधिकारियों ने 32 गैस सिलिंडर में गैस के वजन की जांच तो किसी सिलिंडर में 50 ग्राम और 100 ग्राम तो किसी में 500 ग्राम गैस कम निकली। टीम ने एजेंसी में सप्लाई के लिए जा रहे वाहन को रोककर गैस सिलिंडर उतार कर उनका वजन जांचा था।

इंस्पेक्शन रिपोर्ट की तैयार

टीम में बांट-माप विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर मनोज कुमार और संजय ठाकुर, बीपीसीएल ट्रेटरी मैनेजर मनोज कुमार ने टीम के साथ गैस सिलिंडर के वजन की जांच की। टीम में विमल कुमार, एस के मिश्रा, नीरज अग्रवाल, एसके गिरी सहित सात अफसर मौजूद रहे। टीम ने इसकी पूरी इंस्पेक्शन रिपोर्ट तैयार कर ली है।

-टीम ने परसाखेड़ा प्लांट पर छापेमारी की थी। जिसमें 32 सिलिंडर की जांच की गई। टीम को मौके पर 100-200 ग्राम एक सिलिंडर में 500 ग्राम गैस कम निकली। जिसकी रिपोर्ट तैयार की गई है।

संजय ठाकुर, बीपीसीएल ट्रेटरी मैनेजर

-परसाखेड़ा प्लांट पर टीम के साथ छापेमारी की गई। इस दौरान कई सिलिंडर में गैस कम पाई गई। इसकी पूरी इंस्पेक्शन रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। प्लांट पर छापेमारी के दौरान जो भी कमी मिली है उसके लिए सैटरडे को प्लांट पर जुर्माना लगाया जाएगा।

मनोज कुमार, असिस्टेंट कमिश्नर बाटमाप

Posted By: Inextlive