- ट्रांसपोर्टनगर के डिपो से अवध चौराहे तक मेट्रो को दौड़ता देख उसे निहारते रहे शहरवासी

LUCKNOW(1 DEC)

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जैसे ही मेट्रो को हरी झंडी दिखायी अपनी मेट्रो ट्रैक पर इठलाती हुई चल पड़ी। मेट्रो को ट्रैक पर दौड़ते हुए देखकर लखनवाइट्स के चेहरे खिल उठे। जिसकी लोगों ने कभी कल्पना की थी उसे आज अपनी आंखों के सामने चलते देखना उनके लिए किसी सपने से कम नहीं था। अपनी कल्पना को साकार होते हुए देखने के लिए लोगों का जमावड़ा डिपो से लेकर सड़क तक फैला हुआ था। अब लोगों को इंतजार उस घड़ी का है जब वह उसमें सवार होकर शहर की सैर करेंगे। कामगार से लेकर स्टूडेंट, युवा से लेकर बुजुर्ग सभी मेट्रो में सफर करने की इच्छा अपने में संजोए हुए हैं। यही नहीं एक आइस्क्रीम का ठेला लगाने वाले सख्श ने अपने जीवन में कभी एयर कंडीशन गाड़ी में सफर नहीं किया, लेकिन मेट्रो में यात्रा करने का सपना संजोए हुए था, जो उसे अब साकार होते दिख रहा है।

कोट

मेट्रो को राजधानी में चलते देखना सपने जैसा है क्योंकि हमने इतने कम समय में इसके चालू होने की उम्मीद नहीं की थी, लेकिन आज मेट्रो रूट पर दौड़ रही है। पिछले पांच वर्षो में शहर का ट्रैफिक तेजी से बढ़ा है, पर मेट्रो के शुरू होने से जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी। लोगों को बसों व टेम्पों में धक्का खाकर जाना नहीं पड़ेगा।

अनुराग वैश्य, गीतापल्ली, आलमबाग

एयरपोर्ट से इंदिरानगर जाने के दौरान एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है। मुंशी पुलिया तक मेट्रो के चालू होने पर यह समय काफी कम हो जाएगा। इसके साथ ही गाडि़यों के जानलेवा धुएं से भी निजात मिलेगी। मेट्रो को देखते ही मन में अलग सी खुशी महसूस होती है।

रोहित, एयरपोर्ट

मुख्यमंत्री ने जनता के ड्रीम को सच कर दिया है। लखनऊ जैसे शहर में यह किसी सपने से कम नहीं है। मेट्रो में गरीब से लेकर अमीर तक यात्रा कर सकेंगे। अभी तक हम चेन्नई, बंगलुरू और दिल्ली की मेट्रो की चर्चा करते थे, लेकिन आज के बाद दूसरे शहर हमारी चर्चा करेंगे। गर्व के साथ हम कह सक ते हैं कि मेट्रो चलने वाली सिटी में हम रहते हैं।

अभिषेक यादव, सरोजनी नगर

मेट्रो को टीवी में ही चलते देखा है, लेकिन आज हमने मेट्रो को सामने चलते देखा। मेट्रो में घूमना की मेरी इच्छा है। पापा के साथ मेट्रो से शहर घूमने जाएंगे।

सुहानी, क्लास 5, पुलिस मार्डन स्कूल

शहर में मेट्रो का काम चल रहा है, हम स्कूल आते-जाते रूट को देखते थे, लेकिन कभी मेट्रो को नहीं देखा था। मेट्रो को देखकर बहुत खुश हूं। पापा-मम्मी के साथ एक बार मेट्रो में यात्रा जरूर करुंगा।

प्रथम, क्लास 6, पुलिस मार्डन स्कूल

मेट्रो को देखना सुखद अनुभव है। मेट्रो में यात्रा करने का सपना अब पूरा हो जाएगा। देश के विभिन्न शहरों में मेट्रो चल रहीं हैं, लेकिन लखनऊ में नहीं थी। अब लखनऊवासी भी कह सकेंगे कि मेरे शहर में भी मेट्रो दौड़ रही है।

मेराज, पीटीआई, पुलिस मार्डन स्कूल

मेट्रो चलने से बहुत खुश हूं। मेट्रो को कभी सामने नहीं देखा, दिन भर मेहनत मजदूरी करके बड़ी मुश्किल से गृहस्थी चला पाता हूं, लेकिन अब किराया कम होने से मेट्रो में यात्रा कर सकेंगे। चालू होने पर मेट्रो में पूरे परिवार के साथ यात्रा करुंगा।

सुरेश, गोमतीनगर

Posted By: Inextlive