मोदी सरकार भले ही आधुनिक भारत के निर्माण में पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू के योगदान को स्वीकार कर रही हो लेकिन संघ से जुड़े भाजपा के पुराने खांटी नेता इसके लिए तैयार नहीं है. पिछली बार बनारस से सांसद रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के अनुसार आधुनिक भारत के निर्माण का श्रेय नेहरू के बजाय पंडित मदनमोहन मालवीय को जाता है. आजादी के बाद बने कल-कारखानों से लेकर अंतरिक्ष कार्यक्रम तक के लिए वैज्ञानिक और इंजीनियर उनके द्वारा स्थापित बीएचयू ने उपलब्ध कराए थे.

मदनमोहन मालवीय की दूरदृष्टि
'बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) : महामना का कीर्ति संकल्प' विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कानपुर से भाजपा सांसद मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि जो लोग आधुनिक भारत के निर्माण का श्रेय जवाहरलाल नेहरू को देते हैं, वे गलत हैं. ये मदनमोहन मालवीय की दूरदृष्टि थी, जिसके तहत 1919 में स्थापित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की. उन्होंने कहा कि देश के औद्योगिक और वैज्ञानिक विकास के असल शिल्पी मालवीय थे. उनके अनुसार आजादी के बाद देश में आधुनिक उद्योग को चलाने के लिए इंजीनियरों और वैज्ञानिकों की जरूरत थी. यदि मालवीय ने बीएचयू में इसकी पढ़ाई शुरू नहीं की होती तो आजादी के बाद बने आधुनिक उद्योगों को चलाने के लिए देश में इंजीनियर नहीं मिलते.
भारत के मौलिक दर्शन को बरकरार रखा
आरएसएस के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल शर्मा ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि मदनमोहन मालवीय सच्चे अर्थों में भारत के पुराने और पश्चिम के आधुनिक शिक्षा को एकसूत्र में बांधना चाहते थे. इसे बीएचयू में साफ देखा जा सकता है. उन्होंने कहा कि मालवीय ने बीएचयू में सभी आधुनिक विषयों की शिक्षा की व्यवस्था जरूर की, लेकिन इसके बावजूद उसमें भारत के मौलिक दर्शन को बरकरार रखा.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari