पीएम मोदी द्वारा शुरु किया गया 'मेड इन इंडिया' अब धीरे-धीरे चीनी सीमावर्ती शहरों तक बढ़ गया है। खबरों की मानें तो नाथूला दर्रे के पास इसका नजारा आसानी से देखा जा सकता है।

साइन बोर्ड की धूम
चीन के साथ भले ही भारत 47 अरब डॉलर के व्यापार घाटे का सामना करना पड़ा हो, लेकिन इसके सीमावर्ती इलाकों  की कई दुकानों में 'मेड इन इंडिया' पूरी तरह से छाया हुआ है। यहां पर इसका साइन बोर्ड इस्तेमाल किया जा रहा है। सीमा पर व्यापारी नाथू ला दर्रा के जरिए कारोबार का लाभ उठा रहे हैं। तिब्बत के मध्य में इस छोटे से कस्बे साइसीमा में कई दुकानदार भारत के हस्तशिल्प, मसाले और कपड़े आयात करते हैं। वे इसके लिए ‘मेड इन इंडिया सामान उपलब्ध’ वाले साइनबोर्ड का इस्तेमाल करते हैं।
नाथू ला में खुला दूसरा दर्रा
आपको बताते चलें कि, भारत- चीन व्यापार नाथू ला दर्रा के जरिए काफी तेजी से फैल रहा है, हालांकि यह अभी सिर्फ करीब 17 करोड़ रुपए का ही है। चीन ने आज नाथू ला में दूसरा दर्रा खोल दिया है। इसे कैलाश मानसरोवर यात्रियों के लिए खोला गया है।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari