- जांच में सब स्टैंडर्ड पाए गए नूडल्स, चावल में डैमेज पार्ट की मात्रा दोगुने से ज्यादा

- मई और जून में भेजे गए थे सैंपल्स, जांच में मिली बड़ी खामी

-संबंधित मिष्ठानों और कंपनियों पर लग सकता है पांच लाख का जुर्माना

- जांच में सब स्टैंडर्ड पाए गए नूडल्स, चावल में डैमेज पार्ट की मात्रा दोगुने से ज्यादा

- मई और जून में भेजे गए थे सैंपल्स, जांच में मिली बड़ी खामी

-संबंधित मिष्ठानों और कंपनियों पर लग सकता है पांच लाख का जुर्माना

ALLAHABAD:

ALLAHABAD:

मैगी फिर से सवालों के घेरे में आ गई है। जांच रिपोर्ट में मैगी के नमूने फेल हो गए हैं। चिंग्स नूडल भी मानक पर खरी नहीं उतरी। नूडल में राख की मात्रा एक फीसदी से ज्यादा पाई गई है। सिविल लाइंस के एक मॉल से उठाए गए चावल के सैंपल भी फेल पाए गए हैं। इसमें डैमेज पार्ट दोगुने मिले हैं। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग संबंधित मिष्ठानों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है। कंपनियों को नोटिस भेजी जा रही है।

सर्विलांस सैंपल में मिली खामी

इसी साल मई-जून में सिविल लाइंस स्थित एक मॉल से चिंग्स हाट गर्लिक इंस्टेंट नूडल को सर्विलांस सैंपल जांच के लिए लखनऊ स्थित लैब भेजा गया था। जांच रिपोर्ट में राख की मात्रा क्.87 फीसदी पाई गई है, जिसे एक फीसदी से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसी तरह सिविल लाइंस स्थित शापिंग कांप्लेक्स से लिए गए मैगी मसाला में राख क्.9 फीसदी पाई गई है। नैनी में राजू केसरवानी की शॉप से लिए गए मैगी नूडल के सैंपल में राख की मात्रा क्.9फ् फीसदी मिली है। सिविल लाइंस स्थित एक मॉल से लिए गए चावल के सैंपल में डैमेज पार्ट निर्धारित पांच की जगह दोगुना यानी क्क्.म्ख् फीसदी मिला है। जांच रिपोर्ट में इन्हें सब स्टैंडर्ड कैटेगरी में रखे गया है। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि चिंग्स नूडल के सैंपल फिर से जांच के लिए भेजे जाने हैं।

- पांच लाख तक हो सकता है जुर्माना

नमूने फेल होने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषद्यि विभाग संबंधित मिष्ठानों और कंपनियों के खिलाफ तैयारी में जुट गया है। बताया जाता है कि नमूने सब स्टैंडर्ड पाए जाने पर संबंधित कंपनियों से पांच लाख रुपए तक जुर्माने वसूले जा सकते हैं। फिलहाल उन्हें पत्र जारी किए जा रहे हैं।

- मैगी, चिंग्स नूडल के सैंपल जांच में फेल पाए गए हैं। सब स्टैंडर्ड की वजह से संबंधित कंपनियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

हरिमोहन श्रीवास्तव, अभिहित अधिकारी, खाद्य सुरक्षा विभाग

Posted By: Inextlive