- माघ मेला के दूसरे महत्वपूर्ण स्नान पर्व पर भी नहीं दिखेगा ड्रोन

- पुलिस आफिसर ने मेला पुलिस को ट्रैफिक मैनेजमेंट के दिए टिप्स

- संगम नोज पर पहुंचने लगीं गाडि़यां तो लगाई रोक

माघ मेला के दूसरे महत्वपूर्ण स्नान पर्व पर भी नहीं दिखेगा ड्रोन

- पुलिस आफिसर ने मेला पुलिस को ट्रैफिक मैनेजमेंट के दिए टिप्स

- संगम नोज पर पहुंचने लगीं गाडि़यां तो लगाई रोक

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: माघ मेले में आतंकी घटनाओं की आशंका को देखते हुए ड्रोन से माघ मेला की मानिटरिंग की तैयारी पर पानी फिर गया है। पीएचक्यू से बजट पास होने के बाद भी अभी तक ड्रोन खरीदा नहीं जा सका। कम से कम मकर संक्रांति के पर्व पर यह माघ मेले तो नहीं दिखने वाला है। हालांकि पुलिस आफिसर यह मानते हैं कि इससे कोई प्राब्लम नही होगी। माघ मेला की सिक्योरिटी के लिए पुलिस ने पुख्ता इंतजाम कर लिया है।

पुलिस ने किया ब्रीफ

माघ मेला में सिक्योरिटी के लिए कई चीजें जरूरी हैं। इस बार का यह पहला स्नान है जब लाखों श्रद्धालु माघ मेले में आ चुके हैं। उनकी सिक्योरिटी के साथ साथ ट्रैफिक मैनेजमेंट भी पुलिस के लिए बड़ा चैलेंज रहता है। ऐसे में स्नान की पूर्व संध्या पर माघ मेला एसपी नीरज पाण्डेय ने अपनी पुलिस को बुलाया और उन्हें ब्रीफ किया। यह बताया गया कि कैसे वर्क करना है। मॉब को कंट्रोल करने के लिए बताए गए गोपनीय टिप्स पर एक बार फिर से प्रकाश डाला।

कहीं इंटरनेशनल काल तो नहीं

इसके साथ ही बाहरी बदमाशों और आतंकियों पर नजर रखने के लिए पुलिस की दूसरी विंग्स को भी एक्टिव कर दिया गया है। एटीएस पहले से ही माघ मेला में अपना कैंप लगाकर मानिटरिंग कर रही है। हर बाहरी काल पर उसकी नजर है। खास बात यह है कि एटीएस और एसटीएफ सभी इंटरनेशनल काल पर विशेष नजर रखे हुए हैं। यह पता लगाया जाता है कि माघ मेला में श्रद्धालु या साधु के वेश में बदमाश कहीं कोई गुल खिलाने की तैयारी में तो नहीं हैं। इसके अलावा खुफिया विभाग यानी आईबी व एलआईयू की टीमें भी एक्टिव हैं।

साधु के वेश में

पुलिस सोर्सेज की माने तो खुफिया विभाग के लोग माघ मेला में साधु और श्रद्धालुओं के वेश में वाच कर रहे हैं। वह हर जगह एक्टिव हैं। अपना हुलिया बदल कर इसलिए घूमते हैं ताकि उनके ऊपर कोई शक न कर सके। उनके पास अत्याधुनिक हथियार व वीडियो कैमरा भी है। अगर कोई संदिग्ध है तो उसे तत्काल ट्रेस करते हैं और उसकी रिकार्डिग भी कर सकते हैं।

दिन में भी गाडि़यों को रोकने लगे

वैसे तो पुलिस ने पहले ही यह कह दिया था कि क्फ् जनवरी की रात से ही फोर व्हीलर गाडि़यों की नो एंट्री कर दी जाएगी। लेकिन दिन में ही माघ मेला में फोर व्हीलर की इतनी ज्यादा गाडि़यां आने जाने लगीं कि पुलिस को दिन में ही बैन लगाने की नौबत आ गई। संगम नोज पर इतनी ज्यादा ट्रैफिक हो गई कि पुलिस को एनाउंस करके गाडि़यों को बाहर निकालने के लिए बोलना पड़ा। सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस हर जगह वॉच करके मॉब को कंट्रोल करने में लगी रही।

माघ मेले की सिक्योरिटी पर एक नजर

- माघ में सिक्योरिटी के लिए खाका तैयार

- पुलिस फोर्स के साथ खुफिया विभाग भी लगी

- स्नान पर्व पर किसी गाड़ी की नहीं होगी एंट्री

- ट्रैफिक पुलिस के लिए खास दी गई हिदायत

- श्रद्धालुओं के साथ कोई मिसहैपनिंग न हो, इसकी मानिटरिंग

- अचानक श्रद्धालुओं की मॉब बढ़ी तो हो सकता है रूट डाइवर्ट

- माघ मेला में नहीं दिखेगा पुलिस का ड्रोन हेलीकाप्टर

Posted By: Inextlive