- गांजा तस्करी के लिए बनाई गई मैजिक के साथ एक अरेस्ट

- डेढ़ कुंतल गांजा बरामद, मैजिक में मिली दो नंबर प्लेट

ALLAHABAD: आजमगढ़ के बाबूराम मौर्य ने टाटा मैजिक को वाकई में 'मैजिक' बना दिया। गांजा सप्लाई करने के लिए उसने मैजिक को मॉडीफाई कर उसमें गुप्त चैंबर बनवा दिया। गुप्त चैंबर में गांजा छिपाकर वह ऊपर से बोरियां लाद देता था। किसी को शक भी नहीं होता था। धंधा लंबे समय से चल रहा था लेकिन शनिवार को भनक एसटीएफ को लग गई। एसटीएफ ने हंडिया के वरना तिराहे से मैजिक के साथ बाबूराम को धर लिया। उसके पास से 158 किलो गांजा, उड़ीसा व यूपी की दो नंबर प्लेट, सेलफोन, 5800 रुपए व 20 प्लास्टिक के खाली कैरेट बरामद हुए हैं।

उड़ीसा व बिहार से लाता था गांजा

अरेस्ट किया गया बाबूराम आजमगढ़ के पवई थाने के मुतवलीपुर का रहने वाला है। सीओ एसटीएफ प्रवीण सिंह चौहान के मुताबिक वह गांजा सप्लाई का काम लंबे समय से कर रहा है। जानकारी मिलने पर एसआई श्रीनिवास राय को जांच में लगाया। गांजा लाने की पुख्ता सूचना मिलने पर एसओ फूलपुर धर्मेद्र प्रताप सिंह को भी सहयोग के लिए बुला लिया गया। वरना तिराहे पर एक मैजिक आते हुई दिखी तो उसे रुकने का इशारा किया गया। पुलिस को देखकर मैजिक छोड़कर ड्राइवर भागने लगा। उसे दौड़कर अरेस्ट कर लिया गया। जब मैजिक की कायदे से तलाशी ली गई तो उसमें बने गुप्त चैंबर का पता चला। गुप्त चैंबर में दो से ढाई केजी के पैकेट्स में गांजा रखा मिला।

हमीरपुर से है कनेक्शन

सीओ के मुताबिक बाबूराम को हमीरपुर के हसन ने इस धंधे में जोड़ा था। डेढ़ साल से वह अलग होकर काम करने लगा। वह उड़ीसा के सोनपुर के मनोगुंडा गांव के प्रधान सुजीत से गांजा लाता था। गांजा वह बहराइच के आकाश जायसवाल को सप्लाई करता था। आकाश की भांग की दुकानें हैं। वह जौनपुर के सुनील को भी गांजा बेचता था। मैजिक में गुप्त चैंबर भाहगंज के विजय गैरेज में बनवाया था। वह हर महीने चार से पांच चक्कर उड़ीसा का लगाता था। हर चक्कर में वह चार से पांच लाख रुपए का माल लाता था जिसमें से उसे एक लाख रुपए तक बचते थे। एक बार वह 20 किलो गांज के साथ पंजाब में भी पकड़ा जा चुका है। इस साल गांजा तस्करों पर एसटीएफ ने शिकंजा कसा है। एसटीएफ इस साल अब तक 2490 किलो गांजा बरामद कर चुकी है।

Posted By: Inextlive