विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यूजीसी का कहना है कि अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को लेकर विश्वविद्यालयों से संपर्क किया है। इस दाैरान 640 विश्वविद्यालयों का जवाब मिला है। इसमें कई विश्वविद्यालयों ने या तो परीक्षाएं आयोजित करा चुके हैं या परीक्षा आयोजित करने की तैयारी में हैं।


नई दिल्ली (एएनआई)। कोरोना वायरस संकट के बीच देश भर के अधिकांश विश्वविद्यालय 6 जुलाई को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा जारी संशोधित दिशानिर्देशों के अनुसार परीक्षा आयोजित करने जा रहे हैं। हाल ही में दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु और राजस्थान ने अंतिम वर्ष की परीक्षा आयोजित करने के लिए यूजीसी के दिशानिर्देशों का विरोध किया था। यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने एएनआई को बताया कि संशोधित दिशानिर्देशों के अनुसार अंतिम वर्ष की परीक्षाएं आयोजित करना आवश्यक है। देश के कई विश्वविद्यालयों ने या तो परीक्षाएं आयोजित की हैं या परीक्षा आयोजित करने की प्रक्रिया में हैं।यूजीसी ने ऑनलाइन, ऑफलाइन व ब्लेंडेड मोड के विकल्प दिए
यूजीसी ने सभी राज्यों से अपने स्तर पर 30 सितंबर तक परीक्षाओं की समीक्षा और संचालन का अनुरोध किया है। जैन ने कहा कि यूजीसी ने ऑनलाइन, ऑफलाइन या फिर ब्लेंडेड मोड में परीक्षा कराने के लिए तीन विकल्प दिए हैं। यूजीसी ने कहा कि परीक्षाओं के आयोजन की स्थिति बताने के लिए विश्वविद्यालयों से संपर्क किया गया था। इसमें 640 विश्वविद्यालयों (120 डीम्ड विश्वविद्यालय, 229 निजी विश्वविद्यालय, 40 केंद्रीय विश्वविद्यालय और 251 राज्य विश्वविद्यालय) से प्रतिक्रिया मिली है। यूजीसी ने एक बयान में कहा, 640 विश्वविद्यालयों में से, 454 विश्वविद्यालयों ने या तो परीक्षा आयोजित की है या आयोजित करने की योजना बना रहे हैं।234 विश्वविद्यालय परीक्षा आयोजित करने का प्लान कर रहे वहीं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के बयान के अनुसार 182 विश्वविद्यालय पहले ही परीक्षा (ऑनलाइन / ऑफलाइन) आयोजित कर चुके हैं। 234 विश्वविद्यालय अगस्त / सितंबर में परीक्षा (ऑनलाइन / ऑफलाइन / ब्लेंडेड मोड) में आयोजित करने का प्लान कर रहे हैं। 38 संबंधित वैधानिक परिषद के निर्देशों के अनुसार परीक्षा आयोजित करने की योजना बना रहे हैं। 177 विश्वविद्यालयों को परीक्षा के संचालन के बारे में फैसला करना बाकी है। यूजीसी ने आगे कहा कि 27 निजी विश्वविद्यालयों के मामले में, जिन्हें 2019-20 के दौरान स्थापित किया गया था, आज की डेट तक पहला बैच अभी तक अंतिम परीक्षा के लिए योग्य नहीं है।

Posted By: Shweta Mishra