सिटी में मलेरिया और डेंगू का डबल अटैक
आगरा। सिटी में डेंगू और मलेरिया का डबल अटैक हो रहा है। मौसम चेंज के चलते वायरल फीवर बढ़ रहा है। प्राइवेट हो या सरकारी सभी हॉस्पिटल की ओपीडी भरी हुई हैं। सभी वार्ड फुल हैं। एसएन में भी डेंगू और मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। बारिश के जमे हुए पानी में पनपने वाले मच्छरों के काटने से मलेरिया होता है। मलेरिया का सही समय पर उपचार कराना जरूरी है।
मलेरिया के लक्षण मलेरिया का सबसे पहला लक्षण है रोगी को सर्दी लगने लगती है और शरीर कांपने लगता है। 2. मरीज को सर्दी के साथ प्यास अधिक लगती है। 3. मरीज को उल्टी होना, हाथ पैरों पर ठंड लगना और बेचैनी होना आदि लक्षण हैं। 4. मलेरिया रोग में रोगी को कब्ज, घबराहट और बेचैनी आदि आने लगती है।डेंगू का मच्छर एडिज तथा एडिज एल्बोपेक्टस के नाम से जाना जाता है। यह साफ पानी में पनपता है।
डेंगू के लक्षण डेंगू की शुरूआत एक से पांच दिनों तक तेज बुखार व ठंड के साथ होती है। इसमें मरीज के सिर में तेज दर्द कमर दर्द, थकावट व कमजोरी हल्की खांसी व गले में खरास उल्टी शरीर में लाल चकत्ते पड़ना आदि लक्षण हैं। उपचारतेज बुखार में दर्द निवारक जैसे पेरासिटामॉल हर चार से छ: घंटे में देते रहना चाहिए। इसके अलावा अन्य किसी प्रकार की पेन किलर नहीं लेना चाहिए।
सरकारी हॉस्पिटल की लंबी लाइन से बचने के लिए अधिकांश लोग प्राइवेट हॉस्पिटल की ओर ही भागते हैं यही कारण है कि यहांपर डेंगू के मरीजों के साथ मलेरिया के मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है। यही कारण है कि सभी प्राइवेट हॉस्पिटल के बैड फुल हैं। एक प्राइवेट डॉक्टर की ओपीडी में प्रतिदिन 200 से 300 पेशेंट वायरल फीवर के पहुंच रहे हैं। सीएमओ के अनुसार डेंगू के तीन लोगों की रिर्पोट पॉजिटिव आई है। लेकिन यह सभी मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ्य होकर अपने घर भी पहुंच चुके हैं। सरकारी आकड़े के अनुसार अबतक सिटी में 22 डेंगू के और लगभग 50 मरीज मलेरिया के आ चुके हैं। लेकिन वायरल फीवर का प्रकोप जारी है। जिससे बचने के लिए घर में साफ-सफाई के साथ खाने पीने में ध्यान देने की जरूरत है।सीएमओ मौसमी बीमारियों से बचने के लिए एडीएम सिटी, नगर निगम, जिला पंचायत को फोगिंग के लिए पत्र लिखकर भिजवा दिया है। जल्द ही पूरे शहर में फोगिंग की जायेगी। इसके अलावा अपने स्तर से भी छिड़काव बराबर किया जा रहा है। तीन लोगों की रिर्पोट पॉजिटिव आई है लेकिन सभी मरीज पूर्ण रूप से सही हो चुके हैं.डॉ। बीएस यादव सीएमओ