टूलकिट की मदद से कुंभ हिंदू धर्म की छवि खराब करना राजनीतिक साजिश है। देश के लोगों को ऐसी सनातन विरोधी और भारत विरोधी ताकतों का मिलकर बहिष्कार और विरोध करना चाहिए। यह बयान बुधवार को योग गुरु रामदेव ने दिया है।

हरिद्वार (एएनआई)। योग गुरु रामदेव ने बुधवार को आरोप लगाया कि टूलकिट की मदद से कुंभ और हिंदू धर्म को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है और इसे राजनीतिक साजिश करार दिया। उनका यह बयान तब आया जब एक दिन पहले भाजपा ने कांग्रेस पर कुंभ को सुपर स्प्रेडर कोविड-19 के रूप में बदनाम करने के लिए एक टूलकिट डिजाइन करने का आरोप लगाया। रामदेव ने एक वीडियो संदेश में लोगों से ऐसी ताकत का बहिष्कार करने का आग्रह किया जो देश के खिलाफ हैं। रामदेव ने कहा कि टूलकिट के माध्यम से कुंभ मेला और सनातन हिंदू धर्म को बदनाम करना सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक साजिश, पाप और अपराध है। जो लोग ऐसा कर रहे हैं उनसे हाथ जोड़कर प्रार्थना है आप राजनीति करिए लेकिन 100 करोड़ से ज्यादा हिंदुओं का अपमान मत करिए।

Defaming Kumbh Mela & Hinduism through Toolkit is a social, cultural & political conspiracy & crime. I request people doing this that they can do politics but don't insult Hindus. This country won't forgive you. I appeal to people to boycott & oppose such forces: Yog Guru Ramdev pic.twitter.com/wpPTYbs4U5

— ANI (@ANI) May 19, 2021


कुंभ का राजनीतिकरण नहीं करने का आग्रह किया
योग गुरु रामदेव ने यह भी कहा कि आप बहुत घिनौनी हरकत कर रहे हैं। देश आपको कभी माफ नहीं करेगा। देश के लोगों को ऐसी सनातन विरोधी और भारत विरोधी ताकतों का मिलकर बहिष्कार और विरोध करना चाहिए। इससे पहले जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने लोगों से कुंभ का राजनीतिकरण नहीं करने का आग्रह किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि देश की संस्कृति, रीति-रिवाजों, आस्था और परंपराओं को सुनियोजित तरीके से कलंकित किया जा रहा है।
कुंभ को सुपर स्प्रेडर कोविड-19 के रूप में बदनाम कर रही कांग्रेस
भाजपा ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि टूलकिट में कांग्रेस ने कथित रूप से अपने सोशल मीडिया वाॅलेंटियर्स से कहा है कि वे कोविड-19 के परिवर्तित नए स्वरूप को &मोदी स्ट्रेन&य या &इंडियन स्ट्रेन&य कहें। इसके अलावा यह भी कहा कि कांग्रेस इसके जरिए कुंभ को सुपर स्प्रेडर कोविड-19 के रूप में बदनाम करने में जुटी है। हालांकि कांग्रेस ने आरोपों से इनकार किया है और कहा कि भाजपा कोविड-19 के बैडमैनेमेंट पर फर्जी टूलकिट का प्रचार कर रही है और कांग्रेस को बदनाम कर रही है।
टूलकिट एक प्रकार का दस्तावेज होता
कुंभ का पहला शाही स्नान 11 मार्च को महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित किया गया था, जबकि दूसरा और तीसरा 12 और 14 अप्रैल को आयोजित किया गया था। अंतिम स्नान 27 अप्रैल को हुआ था। इस साल चल रहे कोविड महामारी के कारण कुंभ की अवधि को घटाकर 30 दिन कर दिया गया है। बता दें कि टूलकिट एक प्रकार का दस्तावेज होता है जिसमें किसी भी अभियान को आगे बढ़ाने के लिए बिंदुवार मुद्दे होते हैं। विरोधियों को घेरने के लिए टूलकिट का प्रचार-प्रसार किया जाता है।

Posted By: Shweta Mishra