- वीडियो बना रहे लोगों को छुड़ाने में हुई घटना

- पुलिस पर पिटाई, जोर-जबरदस्ती करने का आरोप

GORAKHPUR: महुईसुघरपुर में लॉक डाउन बैरियर पर पुलिस का वीडियो बनाने में पकड़े गए युवकों को छुड़ाने गए 70 साल के पुजारी की मौत हो गई। घटना से पूरे एरिया में हड़कंप मच गया। पुजारी की बुजुर्ग पत्‍‌नी, परिजनों और मोहल्ले के लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस की पिटाई से उनकी जान गई। उनके मौत की सूचना पर आसपास के लोग जमा हो गए। सीओ कैंट सुमित शुक्ला और कैंट इंस्पेक्टर रवि राय भारी पुलिस बल सहित मौके पर पहुंचे। सीओ ने कहा कि पुलिस की चेकिंग कर रही थी। उसी समय कुछ लोगों ने पुलिस के साथ बहस शुरू कर दी। तभी अचानक एक व्यक्ति की तबियत खराब हो गई। उनको अस्पताल ले जाया गया। पोस्टमार्टम में हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि हुई है। पुजारी के बदन पर पिटाई के कोई निशान नहीं मिले।

मंदिर की छत से बना रहे थे वीडियो

आजाद चौक, महुईसुघरपुर चौराहे पर श्री हनुमान रामजानकी मंदिर है। इस मंदिर के पुजारी कोईल दास उर्फ टिकोरी दास हैं। मंदिर के सामने ही लॉकडाउन रोकने के लिए पुलिस ने बैरियर बनाया है। मंगलवार सुबह करीब पौने 12 बजे वहां से गुजर रहे लोगों की रोकटोक पुलिस कर्मचारी कर रहे थे। इस दौरान मंदिर की छत पर खड़े कुछ युवक उनकी कार्रवाई का वीडियो बनाने लगे। युवकों को वीडियो बनाते देखकर सिपाहियों ने टोकाटाकी। मंदिर पर छत पर जाकर सिपाहियों ने 12 साल के एक किशोर और मंदिर पर रहने वाले बुधिराज को पकड़ लिया। कुछ अन्य लड़के वहां से भाग गए। आरोप है कि दोनों को पुलिस जीप में बैठाने लगी। तभी पुजारी कोईल दास उर्फ टिकोरी दास बाहर आ गए। उन्होंने बच्चों की गलती के लिए हाथ जोड़कर माफी मांगी। तभी अचानक पुजारी की हालत खराब हो गई। वह सड़क पर सीना पकड़कर बैठ गए।

सूचना फैलने पर जमा हो गए लोग

कुछ देर में पुलिस की पिटाई से पुजारी की मौत होने की सूचना पूरे क्षेत्र में फैल गई। आसपास एरिया के लोग वहां जमा हो गए। पुजारी की पत्नी सुखदेई ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया। बाद में सामने आया कि पुजारी काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। भीड़ जमा होने की सूचना पर फोर्स के साथ सीओ पहुंचे। लॉकडाउन का हवाला देते हुए लोगों को घरों में जाने को कहा। परिजनों ने बताया कि करीब 1996 से पुजारी मंदिर पर हैं। उनकी कोई संतान नहीं थी। इसलिए उन्होंने अपने भतीजे रामसुधारे को गोद लिया था। तभी से पुजारी मंदिर की देखभाल करते थे। उनकी मौत से आसपास के लोग भी दुखी नजर अाए।

वर्जन

अचानक पुजारी की तबियत खराब हो गई। उनको तत्काल पुलिस अस्पताल ले गई। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। पुजारी की पिटाई का आरोप गलत है। पोस्टमार्टम में हार्टअटैक की पुष्टि हुई है। उनके बदन पर पिटाई के कोई निशान नहीं मिले। मामले की जांच की जा रही है।

सुमित शुक्ला, सीओ कैंट

Posted By: Inextlive