- एक युवक झुलसा, 21 घरों के उपकरण जले

- कभी बिजली विभाग तो कभी कंज्यूमर्स की लापरवाही से लगातार हो रहे हादसे

- एक सप्ताह में ही जिले में एक की हो चुकी मौत, आधा दर्जन से अधिक हो चुके हैं घायल

GORAKHPUR: राप्तीनगर सब स्टेशन से जुड़े करीमनगर कॉलोनी में शनिवार को हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आने से एक युवक गंभीर रूप से झुलस गया। वहीं करीब दो दर्जन घरों में लगे तमाम उपकरण जल गए। कभी बिजली विभाग तो कभी कंज्यूमर्स की गलती से लगातार इस तरह के हादसे हो रहे हैं। एक सप्ताह में ही जिले में हाई वोल्टेज की चपेट में आकर एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है जबकि दर्जनभर लोग गंभीर रूप से झुलस चुके हैं। इसके बाद भी न तो विभाग फॉल्ट दूर करने की कोशिश कर रहा है और न ही कंज्यूमर्स खुद में सुधार लाने को तैयार हैं।

टीनशेड से छू गया तार

करीमनगर कॉलोनी स्थित आसरा आवास योजना एक घर में निर्माण कार्य चल रहा है। शनिवार को छत पर मजदूर रामू चौहान (45) टीनशेड लेकर छत से जा रहा था। मकान के पास से ही 11000 वोल्टेज का तार गुजरा है। टीनशेड उससे टच कर गया और रामू करंट की चपेट में आ गया। हादसा होते ही बिजली कट गई। इससे रामू की जान बच गई। इसी दौरान घरों की वायरिंग में हाई वोल्टेज की सप्लाई हो जाने से मोहल्ले के 21 घरों के उपकरण और तार जल गए।

कॉलिंग

घर में बच्चे टीवी देख रहे थे। अचानक कमरे में खूब तेज रोशनी हुई और टीवी से धुआं निकलने लगा। धुआं देखते ही बच्चे हल्ला करते हुए घर से बाहर निकल गए। पूरे घर का तार जल गया है।

- इंदु देवी, हाउसवाइफ

बिजली विभाग की लापरवाही से घरों में दौड़ रहे करंट का नुकसान पब्लिक को उठाना पड़ रहा है। स्थिति यह होती है कि एक बार हाई वोल्टेज करंट दौड़ने के बाद कम से कम 10 से 15 हजार रुपए का नुकसान पब्लिक को होता है।

- रामप्रकाश, स्थानीय नागरिक

मेरे घर में दो पंखे और फ्रीज जल गया। बिजली विभाग शहर के किसी भी ट्रांसफॉर्मर पर कहीं भी फ्यूज नहीं लगा है। जिससे घरों में हाई वोल्टेज करंट दौड़ जा रहा है।

- सुनील सुलेमान, स्थानीय नागरिक

केस नं 1

6 जून को जिले के सरहरी उपकेंद्र से जुड़े गांव में हाई वोल्टेज करंट आ गया। जिसमें गांव के एक युवक की मौत हो गई और दो झुलस गए। गांव के सभी घरों के पंखे, टीवी व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जल गए। अगले दिन पब्लिक ने सब स्टेशन पर अपना खुन्नस निकाला और जमकर तोड़ फोड़ की।

केस नं। 2

6 जून को ही पिपराइच में 11 हजार वोल्टेज वाला तार एलटी लाइन पर गिर गया। इससे एलटी लाइन में 11 हजार के करंट की सप्लाई हो गई। इससे ट्रांसफॉर्मर जल गया और बिजली कट गई। यदि बिजली नहीं कटती तो घरों के उपकरण जलने तय थे।

केस- 3

पिछले साल बसंतपुर में एक सपा नेता के घर हाई वोल्टेज करंट से आग लग गई। घर का बड़ा हिस्सा जल कर खाक हो गया। सबसे पहले टीवी में आग पकड़ी जो पूरे घर में फैल गई। बिजली विभाग के जेई रामजनक सिंह का कहना था कि अगर केबल की जांच समय से किया गया होता तो शायद ऐसी स्थिति नहीं बनती।

केस नंबर 4

21 अगस्त 2015 की शाम नौ बजे बिजली गुल हुई और एक घ्ाटे बाद बिजली सप्लाई चालू हुई। जैसे ही बिजली आई, मोहनापुर के घरों में हाई वोल्टेज आ गया। इस कारण लगभग 150 घरों के टीवी, फ्रीज और अन्य सारे उपकरण जल गए। लोगों ने कंप्लेन की तो बिजली कटी।

विभाग की लापरवाही

- जर्जर तार को न बदलना

- ट्रांसफॉर्मर में तकनीकी खराबी और करंट को एलटी लाइन में परिवर्तित न करना

- ट्रांसफॉर्मर के केबल में शॉर्ट सर्किट होना ं

- समय-समय पर तारों की जांच न करना

- पोल के इंसूलेटर की जांच न करना

- सब स्टेशन पर रिले ट्रिप न होना

- ट्रांसफॉर्मर पर मानक के अनुसार फ्यूज वायर न बांधना

- एलटी लाइन पर हाई वोल्टेज की सप्लाई कर देना

- पोल पर तारों की जांच न करना

कंज्यूमर्स की लापरवाही

- मानक के अनुसार घरों के मेन फ्यूज में वायर न लगाना

- घरों में केबल की जगह फ्यूज वायर रखना, जबकि प्रत्येक सर्किट पर एक फ्यूज वायर होना चाहिए

- घरों की वायरिंग की समय-समय पर जांच नहीं कराना

- अर्थिग सही तरीके से नहीं लगाना

- एमसीवी का न लगा होना

- बिजली गुल होने के बाद घर के सभी उपकरण को चालू छोड़ देना

Posted By: Inextlive