सांपों का सुनते ही लोगों की सिट्टी पिट्टी गुल हो जाती है। डर के चलते पसीना छूटने लगता है। लेकिन एक ऐसा शख्‍स भी है जो सांपो से डरने के स्‍थान पर उनका संरक्षण करता है। हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में रहने वाले एक शख्स की जिसने अपने घर में ही सांपों की एक अलग दुनिया बसा रखी है। जहरीले सांप इनके परिवार का हिस्सा हैं। सांपों के संरक्षण के पीछे की सोच भी काफी रोमांचक है। ऐसा वह इसलिए करते हैं ताकि समाज को सांपों से और सांपों को समाज से बचाया जा सके।


घर मे बसा रखी है सांपो की दुनियाबसतो जिले के दुबौलिया थाना क्षेत्र के पिपरौली गांव में इन खतरनाक सांपों की अपनी एक अलग ही दुनिया है। इन सांपों की दुनिया बसाई है हक्कुल ने जो जीवों से प्यार करते है। हक्कुल बचपन से ही सांपों के बीच में रहकर पले बढ़े हैं। जिसके बाद धीरे-धीरे उन्हें लोगों ने सांप पकड़ने के लिए बुलाना शुरू किया। हक्कुल का कहना है कि पहले खपड़े के मकान में ये सांप सुरक्षित रहते थे। जब खपड़ों के मकान समाप्त होने लगे तो इनके रहने की कोई जगह नहीं बची है। इस वजह से ये अब ज्यादा लोगों को काटते हैं।2009 से लड़ रहे हैं सांपो के लिए लड़ाई
2009 से हक्कुल लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होने सांपों के संरक्षण के लिए पालने के लिए अनुमति मांगी थी। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के यहां से जवाब आया कि प्रतिदिन वन विभाग के कर्मचारी आकर सांपों को ले जाएं। वन विभाग इन सांपों को नहीं ले जाता है। अब हक्कुल का कहना है कि इसके रजिस्ट्रेशन और एनजीओ के लिए लखनऊ वन विभाग के वासिफ जमशेद 21 हजार रूपए ले गए थे। मैं सांप पकड़ कर वन विभाग को नहीं दूंगा। वन विभाग के कर्मचारी आकर सांप पकड़ कर ले जाएं। हक्कुल का कहना है कि इनका रहना जरूरी है क्योंकि सांप इंसान का आधा जीवन है।

Posted By: Prabha Punj Mishra