-मंडुवाडीह स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से किया जा रहा है लैस

-सेकेंड एंट्री की ओर बन रहे फूड प्लाजा, कैफेटेरिया, कवर्ड प्लेटफॉर्म व पांड अलग तरह की कराएंगे अनुभूति

VARANASI

बनारस में पहली बार आयोजित हो रहे प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शामिल होने वाले मेहमान जब मंडुआडीह रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे तो बोलेंगे वाह हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि वाकई इन दिनों जिस तरीके से इस स्टेशन को सजाया संवारा जा रहा है, इससे इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि यह उन्हें लुभाएगा नहीं। स्टेशन के सेकेंड एंट्री को किसी स्टार होटल की तरह ही लुक दिया जा रहा है। ताकि एनआरआई को बदलते बनारस में शामिल इस रेलवे स्टेशन से भी रूबरू कराया जा सके। प्लान के मुताबिक मेहमानों को प्राचीन बनारस के साथ ही इस स्टेशन पर भी ले जाने की तैयारी है। यही वजह है कि स्टेशन को भव्य बनाने कार्य अंतिम दौर में है।

एयरकंडीशंड लाउंज, एसी वेटिंग हाल

एक समय था जब इस स्टेशन पर हर तरफ गंदगी, अव्यवस्था, पैसेंजर्स के बैठने की व्यवस्था न होने के साथ ही मनपसंद फूड आइटम के न मिलने की समस्या आम बात थीं। लेकिन एनईआर के मंडुवाडीह स्टेशन को अब अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। ताकि यहां पहुंचने के बाद आपको रेलवे स्टेशन नहीं किसी होटल में ही होने का एहसास होगा। यहां नये बनाए गए सेकेंड एंट्री की ओर जहां फूड प्लाजा, कैफेटेरिया, टिकट काउंटर की सुविधाएं होंगी तो वहीं चमाचम प्लेटफॉर्म व खास तरह का पांड भी एक अलग तरह की अनुभूति कराएगा। फुली एयरकंडीशंड लाउंज और बन रहा एसी वेटिंग हाल इस स्टेशन को अन्य स्टेशन से अलग बनाएंगे।

सेकेंड एंट्री बिल्डिंग दो फ्लोर की

मंडुआडीह स्टेशन के सेकेंड एंट्री की ओर बने मेन बिल्डिंग को दो फ्लोर का बनाया गया है। सर्कुलेटिंग एरिया में भव्य पांड तो स्टेशन में एंट्री करते ही एक ओर भगवान शिव का म्यूरल आर्ट बना है। जो बनारस का आभास कराता है। दूसरी ओर टिकट काउंटर्स बनाये गए हैं। फ‌र्स्ट फ्लोर पर जेंट्स और लेडीज के लिए अलग-अलग लंबा चौड़ा एसी वेटिंग लाउंज है। तो दूसरे फ्लोर पर हाई फाई फूड प्लाजा, कैफेटेरिया, रिटायरिंग रूम व डारमेट्री बनाया गया है। जिसको ऑनलाइन बुक किया जा सकेगा। स्टेशन पर पांच एयरकंडीशन व आठ सामान्य रिटायरिंग रूम होंगे। वहीं एक डोरमेट्री सामान्य होगी। कैंपस में वीआईपी इंक्वायरी काउंटर बन रहा है। पूरे परिसर में वाई-फाई की सुविधा मिलेगी। पीआरएस और नॉन-पीआरएस काउंटर होंगे।

पूरा प्लेटफॉर्म रहेगा कवर्ड

एयरपोर्ट की तरह मंडुआडीह के सेकेंड एंट्री की ओर बने प्लेटफॉर्म पूरी तरह से कवर्ड होंगे। ऐसे प्लेटफार्म आसपास के स्टेशन पर नहीं हैं। ऐसा प्लेटफॉर्म रेलवे के लिए नया कांसेप्ट है। वहीं नयी बिल्डिंग की दीवारें ऐसी बनाई जा रही हैं कि उन पर प्लास्टर कराने की जरूरत नहीं होगी। एल्यूमीनियम कंपोजिशन पैनल से दीवारें और खंभों की फिनिशिंग की कराई जा रही है। इसमें सीमेंट से प्लास्टर के बजाय एल्यूमीनियम की प्लेट लगाई जा रही है। इस टेक्निक से बिल्डिंग की उम्र सामान्य से कई गुना बढ़ जाती है। वहीं दीवालों के टूटने का खतरा नहीं होगा।

भाप इंजन से दिखेगी विरासत

स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया को विरासत से परिचित कराने के लिए सेकेंड एंट्री के प्लेटफॉर्म पर हेरिटेज इंजन रखा गया है। यह भाप से चलने वाला इंजन है। इसे खासतौर पर शिमला से बनारस लाया गया है। जिसे देखते ही लोगों को रेलवे की विकास यात्रा का एहसास होगा।

स्टेशन पर ये होगा खास

-एसी रिजर्व लाउंज

-एसी रिटायरिंग रूम

-महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग-अलग एसी वेटिंग हाल

-पांच टिकट काउंटर

-डारमेट्री

-पांच एसी रिटायरिंग रूम

-आठ नॉन एसी रिटायरिंग रूम

-पांड के आसपास बैठने का इंतजाम

-आठ प्लेटफॉर्म

-हेरिटेज इंजन

वर्जन----

बनारस में प्रवासी भारतीय सम्मेलन शुरू होने से पहले ही मंडुआडीह स्टेशन के सेकेंड एंट्री पर ये सारी सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी। अब फाइनल टच देने का कार्य चल रहा है।

अशोक कुमार, पीआरओ

एनईआर वाराणसी डिवीजन

Posted By: Inextlive