आबकारी घोटाला मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को आज शनिवार काे दिल्ली की अदालत में पेश किया जाएगा। मनीष सिसोदिया को हाल ही में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था।

नई दिल्ली (आईएएनएस)। दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जिन्हें दिल्ली आबकारी नीति घोटाले के सिलसिले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था, को राउज एवेन्यू जिला अदालत में पेश किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक मनीष सिसोदिया को शनिवार को दोपहर 2 बजे पेश किया जाएगा। इसके साथ ही उनकी कस्टोडियल रिमांड की मांग की जाएगी। सीबीआई सूत्रों ने दावा किया है कि आम आदमी पार्टी के पूर्व मंत्री अब भी टालमटोल कर रहे हैं और सहयोग नहीं कर रहे हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि जनवरी में उन्होंने सिसोदिया के कार्यालय से एक कंप्यूटर जब्त किया था। बाद में पता चला कि कंप्यूटर से फाइलें और अन्य डेटा डिलीट कर दिए गए हैं।

डिलीट की गई पूरी फाइल को बरामद कर लिया
सीबीआई ने तब हटाए गए फाइलों को पुनः प्राप्त करने के लिए कंप्यूटर को फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) में भेजा था। अब एफएसएल ने उन्हें रिपोर्ट देकर कंप्यूटर से डिलीट की गई पूरी फाइल को बरामद कर लिया है। इसके अलावा मनीष सिसोदिया का सामना एक आईएएस अधिकारी के बयान से भी हुआ, जिसने उनके खिलाफ सरकारी गवाह बन कर सीआरपीसी की धारा 164 के तहत उनका बयान दर्ज कराया। उनकी गिरफ्तारी के एक दिन बाद सिसोदिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सत्येंद्र जैन, जो इस समय जेल में हैं और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के पद पर थे, ने भी उनके साथ इस्तीफा दे दिया।

दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में अहम भूमिका निभाई
सीबीआई ने रिमांड पेपर में आरोप लगाया है कि मनीष सिसोदिया ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में अहम भूमिका निभाई थी। आबकारी नीति के संबंध में विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट मनीष सिसोदिया द्वारा केवल कुछ शराब कारोबारियों को लाभ पहुंचाने के लिए बदल दी गई थी। ऐसा इसलिए भी किया गया क्योंकि आरोपी विजय नायर के माध्यम से, उन्होंने दक्षिण भारत के शराब व्यवसायियों और राजनीतिज्ञों द्वारा नियंत्रित साउथ ग्रुप से 100 करोड़ रुपये एकत्र किए थे। उन्हें पॉलिसी से ज्यादा फायदा होगा। हवाला चैनल के जरिए 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था, जिसे हमने ट्रेस कर लिया है।

करीब 14 सेलफोन और चार सिम कार्ड बदले
हमें पता चला है कि सिसोदिया ने सितंबर से अक्टूबर 2021 के बीच करीब 14 सेलफोन और चार सिम कार्ड बदले। सेल फोन बदलने का मकसद और कुछ नहीं बल्कि सबूत मिटाना था। मनीष सिसोदिया के सचिव देवेंद्र शर्मा ने ये सभी मोबाइल फोन उपलब्ध कराए थे, हमारे पास इस संबंध में उनका बयान है। सीबीआई ने पहले ही सात लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है और वे मामले में एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल करने के लिए तैयार हैं।

Posted By: Shweta Mishra