उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता मनोज सिन्हा को गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के नए उपराज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया। सिन्हा केंद्र शासित प्रदेश के एलजी के रूप में कार्यभार संभालने वाले पहले राजनीतिक नेता हैं। बता दें कि गिरीश चंद्र मुर्मू ने बुधवार को अपना इस्तीफा दे दिया।


नई दिल्ली (एएनआई / पीटीआई)। केंद्र ने गुरुवार को गिरीश चंद्र मुर्मू की जगह पर अब 61 वर्षीय पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा को जम्मू-कश्मीर के नए उपराज्यपाल के रूप में नियुक्त किया। गिरीश चंद्र मुर्मू ने बुधवार को अपना इस्तीफा दे दिया था। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने केंद्र शासित राज्य के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू के इस्तीफे को स्वीकार करने के बाद सिन्हा को इस पद पर नियुक्त किया। इस संबंध में प्रेस सचिव अजय कुमार सिंह की एक विज्ञप्ति के अनुसार, मनोज सिन्हा की नियुक्ति उनके कार्यालय के कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से लागू होगी। अचानक से अपना इस्तीफा सौंप दिया


1985 बैच के आईएएस अधिकारी मुर्मू ने बुधवार को अचानक से अपना इस्तीफा सौंप दिया था। वह भी उस विशेष अवसर पर जब जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने का एक साल पूरा हुआ। मुर्मू को अक्टूबर 2019 में जम्मू-कश्मीर के पहले उपराज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया था। पहली बार 1996 में लोक सभा के लिए चुने गए मनोज सिन्हा, एक किसान, संघ के क्षेत्र के एलजी के रूप में चुने जाने वाले पहले राजनेता हैं। मनोज सिन्हा पूर्व आईएएस अधिकारी रहे

इसके बाद मनोज सिन्हा 1999 और 2014 में लोकसभा के लिए चुने गए थे। मनोज सिन्हा पूर्व आईएएस अधिकारी भी हैं। इसके अलावा वह पहले वित्त और गृह मंत्रालय में सचिव के रूप में कार्य कर चुके हैं और रेल राज्य मंत्री भी रह चुके हैं।1982 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष चुने जाने के बाद अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले सिन्हा का जन्म पूर्वी यूपी के गाजीपुर जिले के मोहनपुरा में हुआ था और वे पिछड़े गांवों के लिए काम करने में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं।

Posted By: Shweta Mishra