भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान नवाब मंसूर अली खान पटौदी का गुरूवार शाम को निधन हो गया. 71 वर्षीय पटौदी लम्बे समय से बीमार थे.उन्होंने दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस ली.


भोपाल में 5 जनवरी 1941 को पैदा हुए पटौदी का 9वें और अंतिम नवाब के रूप में भी जीवन काफी आकर्षक रहा.1971 में कॉन्सटिट्यूशन में 26वें अमेनडमेंट के बाद देश में शाही इंटाइटलमेंट खत्म कर दिया गया, लेकिन इसके बाद भी मंसूर अली खान को लोग टाइगर पटौदी के नाम से जाने-पहचाने जाते रहे. लेकिन बाद में उनकी पहचान बना क्रिकेट.20 वर्ष की उम्र में क्रिकेट कॅरियर शुरू करने वाले पटौदी ने भारत के लिए 1961 से 1975 के बीच क्रिकेट खेला. एक कार दुर्घटना में उनकी दाई आंख की रोशनी हमेशा के लिए चली गई थी.1962 में पटौदी ने भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी संभाली. उनका बल्लेबाजी ऐवरेज 34 था और उनकी कप्तानी में भारत ने 40 मैच खेले. इनमें से 9 मैच ही जीता पाए. उन्होंने 1970 में कप्तान छोड़ दी और 1975 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया.


अर्जुन और पदमश्री अवॉर्ड से सम्मानित1964 में पटौदी को अर्जुन अवॉर्ड से दिया गया. यही नहीं 1967 में भारत सरकार की ओर से उन्हें पदम श्री से भी नवाजा गया.27 दिसम्बर 1969 को मंसूर पटौदी ने फिल्म अभिनेत्री शर्मिला टैगोर से शादी की.

शर्मिला से उन्हें सैफ अली खान(बॉलीवुड अभिनेता), सोहा अली खान(बॉलीवुड अभिनेत्री) और सबा अली खान(ज्वैलरी डिजाइनर) तीन बच्चे हुऐ.

Posted By: Surabhi Yadav