- शहर में दर्जनों जर्जर मकान मौजूद, नगर निगम ने ही प्वाइंट आउट किए हैं 75 मकान

- सोमवार को निगम की लापरवाही की वजह से गिरी है ऐतिहासिक इमारत

GORAKHPUR: नगर निगम के जिम्मेदारों की लापरवाही और उनका गैर जिम्मेदाराना रवैया किसी से छिपा नहीं है। कोई काम क्या मजाल कि वह वक्त से पूरा हो जाए। निगम की लापरवाही का ही है कि बसंतपुर में बनी सैकड़ों साल पुरानी इमारत का एक हिस्सा सोमवार को भरभराकर गिर गया। बात यहीं खत्म नहीं हुई है। शहर में अब भी ऐसे कई जर्जर मकान और दुकान मौजूद हैं, जो इस बारिश में साथ छोड़ सकते हैं। मगर सब कुछ जानने के बाद भी जिम्मेदारों ने इसे ठीक कराने की पहल तक शुरू नहीं की है।

75 मकान किए प्वाइंट आउट

दो साल पहले भूकंप आने के बाद नगर निगम के जिम्मेदारों की नींद खुली थी और उन्होंने एक सर्वे कराया। इसमें उन्होंने जर्जर हो चुकी इमारतों की कंडीशन जानने की कोशिश की। इसमें गोरखपुर के कुछ पुराने इलाकों में करीब छह दर्जन से ज्यादा मकान ऐसे पाए गए, जो अपनी लाइफ साइकिल कंप्लीट कर चुके हैं और मरम्मत के अभाव में दम तोड़ने वाले हैं। सर्वे कराने के बाद जिम्मेदार सुकून की नींद सो रहे हैं, उन्होंने यह भी जहमत गंवारा नहीं की है कि उन मकान मालिकों को इंफॉर्म कर दिया जाए कि उनके मकान अपनी लाइफ साइकिल पूरी कर चुके हैं और कभी भी उन्हें या उनके आसपास रहने वालों और गुजरने वालों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

पुराने इलाकों में हैं ऐसे मकान

नगर निगम ने जो मकान प्वाइंट आउट किए हैं, उनमें ज्यादातर मकानों की तादाद पुराने इलाकों में है। इनमें करीब 75 घरों को चुना गया था। जिसमें घोषकंपनी के पास मौजूद एक मकान को जिम्मेदारों ने जिला प्रशासन की मदद से गिरवाया था, वहीं बाकी 74 मकान मालिकों को नोटिस दी जानी थी। लेकिन दो साल से ज्यादा का वक्त बीत गया, किसी को नोटिस नहीं गई।

बसंतपुर सराय की हालत ठीक नहीं

बसंतपुर सराय की हालत भी अब तक ठीक नहीं हुई है। उसका एक वाच टॉवर तो ढह चुका है, वहीं बाकी टॉवर की हालत भी अच्छे नहीं हैं। यह बिल्कुल खराब हालत में है और अगर ऐसी ही बारिश होती रही तो यह भी कब गिर जाएगी, कोई कह नहीं सकता। यहां रहने वालों के साथ ही आसपास के लोग भी डरे सहमे हैं कि कहीं कोई बड़ा हादसा न हो जाए और कहीं जिम्मेदारों की लापरवाही से यह ऐतिहासिक धरोहर खुद एक इतिहास न बन जाए।

इन एरिया में चिन्हित हुए मकान

घंटाघर, घोषकंपनी, कोतवाली के आसपास, मदीना मस्जिद, शेखपुर, बसंतपुर, बसंतपुर खास, लाल डिग्गी, जाफरा बाजार, नरसिंहपुर, बहरामपुर, पहाड़पुर, पिपरापुर, महेवा (पुराना इलाका), जमुनहिया, चक्सा हुसैन

बॉक्स-

मियां बाजार में गिरा छज्जा

बारिश के दौरान जर्जर इमारतों के गिरने का सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रहा। सोमवार को जहां बसंतपुर सराय का एक वाच टॉवर गिरा था, वहीं मंगलवार को मियां बाजार में मौजूद दुकान का छज्जा भरभराकर गिर पड़ा। बंदी की वजह से कोई घायल तो नहीं हुआ, लेकिन इसकी चपेट में एक साइकिल जरूर आ गई, जो पूरी तरह से डैमेज हो गई।

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वर्जन

जो लोग चिन्हित किए गए थे, उन्हें नोटिस सर्व कराई जा रही है। जो मकान जर्जर हैं आर गिरकर लोगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, उन मकानों को पुलिस-प्रशासन की मदद से ध्वस्त कराया जाएगा।

- सुरेश चंद,

चीफ इंजीनियर, नगर निगम

Posted By: Inextlive