Ranchi : शादी के बाद हनीमून के लिए कालापानी और वह भी शौक से. अंग्रेजों के जमाने में भले ही काला पानी के नाम पर पसीने छूटने लगते थे पर आज हनीमून गोअर्स में वहां जाने के लिए होड़ मची हुई है. लोग पैसे खर्च करके वहां जा रहे हैं. आज काला पानी यानी अंडमान निकोबार आइलैंड का सिनेरियो काफी बदल चुका है और लोगों को यह पसंद भी आ रहा है. इस साल हनीमून के लिए अंडमान जानेवालों की संख्या अच्छी-खासी रही. ट्रावेल एजेंट की मानें तो अभी भी रांचीआइट्स हनीमून के लिए अंडमान ही प्रेफर कर रहे हैं. मई में अंडमान से हनीमून मना कर लौटे दीपक बताते हैं कि वहां की सेलुलर जेल और हैवलॉक आइलैंड की खूबसूरती के साथ ही शैलो वाटर में स्कूबा डाइविंग इतना मजेदार था कि मैंने वहीं से अपने फ्रेंड अमित को फोन कर थैंक्स बोला क्योंकि उसी ने हमारे हनीमून के लिए टिकट बुक कराए थे.


मजा आ गया अंडमान जाकर

रांची के अशोक विहार में रहनेवाली प्रियंका सिन्हा बताती हैं कि एक से 6 नवंबर तक उनका पूरा परिवार अंडमान में ही था। वहां वाटर स्पोट्र्स में हिस्सा लेकर मजा आ गया। अंडमान में समुद्र का पानी सचमुच काला है और इसलिए अंग्रेजों के जमाने में उसे काला पानी कहा जाता था। वहां का इन्वायरमेंट और सेलुलर जेल वेल मेंटेन है। शहर के बेसिक नेचर और वहां की खूबसूरती में कोई बदलाव नहीं आया है। प्रियंका बताती हैं कि हैवलॉक आइलैंड में मैं तीन दिन रुकी वहां का पानी बहुत साफ है और इन्वायरमेंट बहुत क्लीन है। वहां छोटी-छोटी दुकानें हैं और लोग भी बहुत ईमानदार हैं। जितनी चीजों के दाम है उतने ही पैसे वे लेते हैं। हैवलॉक में मंैने सारा वाटर स्पोट्र्स इंज्वाय किया। मैं अंडमान में छह दिन 1 से 6 नवंबर तक रही और ये सारे दिन एडवेंचर से भरे और यादगार रहे। काला पानी का खूबसूरत डेस्टिनेशन मैं कभी नहीं भूल पाऊंगी। मैंने दखा कि वहां देश ही नहीं दुनिया भर से कपल घूमने आए थे।

मॉरीशस से कम नहीं
सैनिक मार्केट स्थित स्काईलाइन टूर एंड ट्रेवल्स की डायरेक्टर सोनी मेहता बताती हैं कि इस साल हनीमून गोअर्स के साथ ही आम लोगों का भी देश में पसंदीदा डेस्टिनेशन अंडमान निकोबार रहा। खूबसूरती के लिहाज से यह मॉरीशस से बिल्कुल भी कम नहीं। हां, खर्च जरूर मॉरीशस और बाली से कम है। यह एक बड़ी वजह है जिस कारण अंडमान जानेवाले टूरिस्ट्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। सोनी बताती हैं कि इस साल मैंने 150 पैसेंजर्स का टूर कोलकाता से अंडमान और अंडमान से कोलकाता के लिए बुक किया है। औसतन  एक कपल का खर्च 70,000 रुपए आता है। इसमें आना-जाना, रहना और खाना पीना शामिल है।

व्हाइट सैंड की बात ही निराली है
सोनी कहती हैं कि पोर्ट Žलेयर से हैवलॉक आइलैंड की दूरी महज 40 किमी है। फेरी से यहां जाने में तीन घंटे लगते हैं। यहां सैंड का कलर व्हाइट है और वाटर शैलो यानि छिछला। ऐसे में वाटर स्पोट्र्स के शौकीनों के लिए देश में इससे अच्छी जगह दूसरी नहीं है। क्लब रोड स्थित शांति टूर एंड ट्रेवल्स के डायरेक्टर प्रशांत शुक्ला बताते हैं कि इस साल अंडमान निकोबार जाने के लिए लोगों में क्रेज है। रुपए की तुलना में डॉलर के महंगा होने से कई लोगों ने इंटरनेशनल टूर का प्रोग्राम कैंसिल कर दिया था। ऐसे लोगों का फेवरेट डेस्टिनेशन था अंडमान-निकोबार। मैंने 50 पैकेज इस साल अंडमान के लिए बुक किए हैं और अभी भी लोगों की कॉल्स बराबर आ रही है। खासतौर से शादियों का जो सीजन अभी शुरू हुआ है, उसके हनीमून पैकेज के लिए सबसे ज्यादा काल्स आ रहे हैं।

दमदम से पोर्ट ब्लेयर की उड़ान
सोनी मेहता बताती हैं कि रांची के जो लोग पोर्ट Žलेयर जाना चाहते हैं, वे हटिया हावड़ा एक्सप्रेस से रात दस बजे रांची से सवार होकर सुबह सात बजे हावड़ा पहुंच जाते हैं। वहां से पोर्ट Žलेयर के लिए हर दिन औसतन पांच उड़ानें हैं। कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट से डेढ़ घंटे में पोर्ट ब्लेयर पहुंचा जा सकता है। और इसके बाद वहां के नजारों का मजा लेते हैं। एयरपोर्ट से बाहर निकलने के साथ ही आपको ऐसा लगेगा जैसे आप ऐसी जगह पहुंच गए हैं, जो बिल्कुल अंजान है।

Posted By: Inextlive