- वर्दी वाले बदमाशों की तलाश में नाकाम रही पुलिस

- एटीएम से साढ़े सात लाख रुपए चुराने वाले लापता

GORAKHPUR: जिले में पुलिस ने भले क्राइम कंट्रोल कर लिया है लेकिन नए साल में चुनौनियां कम नहीं हुई हैं। न्यू ईयर में पुलिस भी पुरानी चुनौतियों से निपटेगी। शहर में पुलिस वाला बनकर लूटपाट करने वाले बदमाश तीन साल से पुलिस की नींद उड़ा रहे हैं। लेकिन उन पर शिकंजा कसने में पुलिस नाकाम रही। गोरखनाथ एरिया में एसबीआई के एटीएम को गैस कटर से काटकर साढ़े सात लाख रुपए चुराने की घटना का पुलिस पर्दाफाश नहीं कर सकी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लूट, मर्डर सहित अन्य मामलों में कार्रवाई हुई है। पिछले तीन साल की अपेक्षा इस बार अपराध कम हुए हैं।

तीन साल से चुनौती दे रहे 'वर्दी वाले लुटेरे'

शहर में करीब तीन साल से वर्दी वाले लुटेरे लोगों को लूट रहे हैं। कोतवाली और कैंट एरिया में एक्टिव बदमाशों का गैंग अक्सर चेकिंग के बहाने लोगों को लूट लेता है। महिलाओं से ज्वेलरी और बिजनेसमैन से नकदी लेकर फर्जी पुलिस वाले फरार हो जाते हैं। इस गैंग को पकड़ने के लिए पुलिस जितना जाल बिछा रही है। तेज तर्रार बदमाश उतना ही पुलिस को छका रहे हैं। वर्दी वाला बनकर चेकिंग के बहाने लोगों को वारदात का शिकार बनाने वालों को पुलिस अरेस्ट नहीं कर सकी। पब्लिक को सजग करने के लिए पुलिस ने पोस्टर चस्पा कराया। मुनादी कराकर पब्लिक को अलर्ट करने का अभियान चलाया गया।

एक जैसा वारदात का तरीका, हलकान हुई पुलिस

नकली पुलिस वालों का तौर तरीका लगभग एक ही है। किसी व्यापारी से लूट करने के पहले वह उनको रोकते हैं। खुद को पुलिस वाला बताकर उनके सामानों की तलाशी लेते हैं। नकदी मिलने पर उसका हिसाब-किताब जुटाने के बहाने रुपए लेकर भाग निकलते हैं। किसी महिला को वारदात का शिकार बनाने के पहले गहने पहनकर निकलने पर रोक लगी होने का झांसा देते हैं। कागज में लपेटकर ज्वेलरी देने के बहाने बदमाश फरार हो जाते हैं। इस दौरान जब तक पुलिस टीम को सूचना मिलती है तब तक शातिर काफी दूर निकल जाते हैं। तीन साल से लगातार हो रही वारदातों पर शिकंजा कसने में पुलिस नाकाम रही। तीन साल के भीतर 20 से अधिक वारदातें को चुकी हैं। 24 अक्टूबर, 2017 को एसओजी का सिपाही बताकर कोतवाली क्षेत्र में कोलकाता के व्यापारी से 7.50 लाख रुपए लूटने के बाद पुलिस हरकत में आई। इसमें किसी बर्खास्त पुलिस वाले का हाथ मानकर पुलिस जांच में जुटी है।

हाल के दिनों में हुई घटनाएं

4 दिसंबर 2019: विजय चौक पर टाइल्स व्यापारी के कर्मचारी को झांसा देकर उचक्कों ने एक लाख रुपए का चूना लगा दिया था। ड्रग्स तस्करी का आरोप लगाकर कर्मचारी वशीउल्लाह से चेकिंग के बहाने बदमाशों ने वारदात की। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।

3 नवंबर 2019: अंबेडकर चौराहे के पास महिला टीचर से लूटपाट की कोशिश, महिला की सक्रियता से बदमाश भाग निकले।

22 अगस्त 2019: कैंट क्षेत्र में एडीजी कैंप ऑफिस के पास कांग्रेस नेता परवेज सिद्दीकी की मां मुस्तरी सिद्दीकी से तीन लाख के गहने लूट लिए थे।

20 जुलाई 2019: गीता प्रेस प्रोडक्शन मैनेजर लालमणि तिवारी की पत्नी गीता तिवारी से नकली पुलिस वालों ने गहने लूटे।

1 जुलाई 2019: भालोटिया मार्केट में सिद्धार्थनगर, उस्का निवासी दवा कारोबारी को झांसा देकर चेकिंग के बहाने बदमाशों ने एक लाख रुपए की लूटपाट की।

26 हजार गाडि़यों में हुई तलाश, पुलिस रही नाकाम

एक सितंबर की रात गोरखनाथ एरिया में गोरखनाथ मंदिर के सामने लगे एटीएम को गैस कटर से काटकर चोरों ने सात लाख 45 हजार रुपए चुरा लिए। एटीएम बंद होने की जांच में चोरी की बात सामने आई। थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर हुई चोरी से हड़कंप मच गया। एटीएम के सीसीटीवी कैमरे पर पेंट लगाकर चोरों ने वारदात की थी। चोरों की तलाश में पुलिस ने करीब 26 हजार गाडि़यों की तलाश की। पुलिस ने टोल प्लाजा का रिकॉर्ड खंगाला लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिल सकी। कुछ दिनों तक पुलिस की एक टीम गैस कटर, पुरानी वारदातों, सीसीटीवी फुटेज सहित अन्य की जांच में जुटी रही। बाद में पुलिस टीम को निराश होना पड़ा। मामले की जांच में साल के अंत तक कोई सबूत पुलिस के हाथ नहीं लग सका। इसलिए आज तक घटना का पर्दाफाश नहीं हो पाया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की छानबीन चल रही है।

Posted By: Inextlive