- एसएन में चार डॉक्टर्स ने बुधवार को दिया इस्तीफा

- सर्जरी विभाग के अध्यक्ष श्वेतांक प्रकाश भी शामिल

आगरा। दूसरी जिंदगी देने वाले धरती के भगवान यानि डॉक्टर्स शहर के सबसे बड़े अस्पताल एसएन मेडिकल कॉलेज का साथ छोड़ रहे हैं। बुधवार को पांच सीनियर डॉक्टर्स ने अस्पताल प्रशासन को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। अब आवश्यक कार्रवाई के बाद इनकी सेवाएं एसएन में समाप्त हो जाएंगी। इस्तीफा देने वाले डॉक्टर्स में सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ। श्वेतांक प्रकाश, दो न्यूरो सर्जन और अस्पताल के एकमात्र गेस्ट्रो सर्जन भी शामिल है।

एसएन में अब नहीं होगी न्यूरो और गेस्ट्रो सर्जरी

एसएन में इस्तीफा देने वाले डॉक्टर्स में दो न्यूरो सर्जन और एक गेस्ट्रो भी शामिल हैं। अस्पताल में सिर्फ दो ही न्यूरो सर्जन और एकमात्र गेस्ट्रो सर्जन थे, इनके चले जाने के बाद यहां न्यूरो सर्जरी और गेस्ट्रो सर्जरी नहीं हो पाएगी। एसएन के ट्रोमा सेंटर में एक हफ्ते में 8 से 10 सर्जरी होती हैं। ऐसे में न्यूरो सर्जरी वाले मरीजों प्राइवेट अस्पतालों में महंगा इलाज कराना होगा।

फैकल्टी में भी हो जाएगी कमी

बुधवार को इस्तीफा सौंपने वाले डॉक्टर्स में सर्जरी विभाग के अध्यक्ष असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। श्वेतांक प्रकाश, न्यूरो सर्जरी में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। आलोक गुप्ता, लेक्चरर डॉ। पुनीत गुप्ता, पीडियाट्रिक्स विभाग में प्रोफेसर राकेश भाटिया और गेस्ट्रोलॉजी विभाग के एसिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। हिमांशु यादव शामिल हैं। चार डॉक्टर्स से पहले रेडियो डायग्नोसिस विभाग के अध्यक्ष डॉ। समरेन्द्र नारायण ने भी अपना इस्तीफा सौंप रखा था। उनके इस्तीफे संबंधित कार्रवाई भी चल रही है। ऐसे में अस्पताल से पांच डॉक्टर्स की कमी होने पर फैकल्टी में भी कमी हो जाएगी। अभी मेडिकल कॉलेज में 15 प्रतिशत फैकल्टी की कमी है, जो अब और बढ़ जाएगी। एमसीआई के निरीक्षण के दौरान फैकल्टी की कमी की भी समीक्षा की जाती है।

आगे और नाम आ सकते हैं आगे

बुधवार को अचानक से चार डॉक्टर्स के इस्तीफे के बाद मेडिकल कॉलेज में खलबली मची हुई है। जानकारी के मुताबिक इस्तीफा सौंपने वाले डॉक्टर्स की लाइन और लंबी हो सकती है। आगे कुछ और डॉक्टर्स भी यहां से इस्तीफा दे सकते हैं। अस्पताल की कार्यशैली और कम सैलरी सबसे बड़ा कारण बताया जा रहा है।

Posted By: Inextlive